भारत, ऑस्ट्रेलिया और जापान के बीच व्यापार और निवेश में विश्वसनीय व बेहतर आपूर्ति शृंखला विकसित करने के लिए आज नई पहल की घोषणा की गई। वरिष्ठ अधिाकरियों ने कहा कि यह व्यवस्था एशिया प्रशांत क्षेत्र के मौजूदा और प्रस्तावित कारोबारी समझौतों के लिए दीर्घावधि के हिसाब से काम करेगी। इसमें प्रस्तावित क्षेत्रीय समग्र आर्थिक साझेदारी समझौता शामिल है, जिस पर ऑस्ट्रेलिया और जापान चर्चा कर रहे हैं। 2019 के दौरान इन देशों की संचयी जीडीपी 9.3 लाख करोड़ डॉलर थी, जबकि वस्तुओं और सेवाओं का कारोबार क्रमश: 2.7 लाख करोड़ डॉलर और 0.9 लाख करोड़ डॉलर था। वाणिज्य विभाग ने एक बयान में कहा है, ‘मंत्रियों ने मुक्त, साफ सुथरे, समावेशी, गैर विभेदकारी, पारदर्शी, अनुमान लगाने योग्य और स्थिर कारोबार व निवेश का माहौल बनाने, पर्यावरण में निवेश करने व अपने बाजार खुले रखने को लेकर प्रतिबद्धता जताई है।’ मई में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि यह समय की मांग है कि भारत आपूर्ति शृंखला में बड़ी भूमिका निभाए। व्यापार अधिकारियों को अब निर्देशित किया गया है कि नई पहल को लेकर ब्योरे पर काम करें, जिसे इस साल बाद में पेश किया जाएगा।