भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा को वानखेड़े स्टेडियम में मुंबई बनाम विदर्भ रणजी ट्रॉफी फाइनल का लुत्फ लेते देखा गया। उन्हें मुंबई के ड्रेसिंग रूम से धवल कुलकर्णी के साथ बैठकर मैच देखते देखा गया। रणजी ट्रॉफी का फाइनल देखने सचिन तेंदुलकर समेत कई हाई प्रोफाइल क्रिकेटर्स पहुंचे हैं और अब टीम इंडिया के कप्तान भी इस प्रतिष्ठित मुकाबले को देखने पहुंचे हैं।
इससे एक बात साफ हो जाती है कि बीसीसीआई अपने प्रतिष्ठित टूर्नामेंट को लेकर कितनी सीरियस है। हाल ही में ईशान किशन और श्रेयस अय्यर द्वारा रणजी ट्रॉफी में खेलने को प्राथमिकता न दिए जाने के बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने दोनों को सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से बाहर कर दिया था।
फाइनल के दूसरे दिन दिग्गज क्रिकेटर सुनील गावस्कर और सचिन तेंदुलकर समेत पूर्व मुख्य चयनकर्ता दिलीप वेंगसरकर मैच का आनंद लेते दिखे। मैच में डायना एडुल्जी और केकेआर के मुख्य कोच चंद्रकांत पंडित भी नजर आए।
रणजी फाइनल में रोहित की उपस्थिति उस वक्त में देखने को मिली है जब भारतीय क्रिकेट बोर्ड टेस्ट और घरेलू क्रिकेट को प्राथमिकता देने पर जोर दे रहा है। बीसीसीआई ने हाल ही में एक ‘टेस्ट क्रिकेट प्रोत्साहन योजना’ शुरू की है, जहां एक सीज़न में 75% या अधिक निर्धारित रेड-बॉल मैचों में हिस्सा लेने वाले खिलाड़ियों को टेस्ट मैच का तीन गुना इनाम मिलेगा।
उदाहरण के लिए, एक टेस्ट खिलाड़ी, जो एक सीज़न में 10 टेस्ट खेलता है, उसे 1.5 करोड़ रुपये (प्रति मैच 15 लाख रुपये) की मैच फीस मिलेगी। इसके अलावा, उसे 4.50 करोड़ रुपये का प्रोत्साहन भी मिलेगा। इसका मतलब है कि एक टेस्ट खिलाड़ी एक सीज़न में 6 करोड़ रुपये तक कमा सकता है। बीसीसीआई सचिव जय शाह ने बताया कि बोर्ड 2022-23 और 2023-24 सीज़न के लिए लगभग 45 करोड़ रुपये आवंटित करने की योजना बना रहा है।