फूड डिलिवरी प्लेटफॉर्म जोमैटो ने बुधवार को भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के पास अपना ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (डीआरएचपी) जमा करके सार्वजनिक सूचीबद्धता की ओर पहला कदम बढ़ाया। अपनी प्रारंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ) के माध्यम से 8,250 करोड़ रुपये या 1.1 बिलियन डॉलर से अधिक के प्रस्ताव के साथ यह भारत में उपभोक्ता इंटरनेट कंपनी द्वारा की जाने वाली सबसे बड़ी पेशकश में से एक है।
आईपीओ की पेशकश में 7,500 करोड़ रुपये की नई बिक्री के साथ ही शेयरधारक इन्फो एज द्वारा बिक्री के लिए 750 करोड़ रुपये की पेशकश शामिल है। इन्फो एज, कंपनी में 18.55 फीसदी प्री-ऑफर इक्विटी शेयर कैपिटल के साथ जोमैटो की सबसे बड़ी निवेशक है।
जोमैटो ने यह भी कहा कि वह कंपनियों के पंजीयकके साथ डीआरएचपी फाइल करने से पहले 1,500 करोड़ रुपये (लगभग 20 करोड़ डॉलर) के प्री-आईपीओ प्लेसमेंट पर विचार कर सकती है। इन्फो एज के सह-संस्थापक संजीव बिचचंदानी ने ट्विटर पर एक बधाई ट्वीट संदेश के जवाब में कहा, ‘वास्तव में इसका श्रेय जोमैटो टीम को जाना चाहिए। हमारा कौशल केवल महान टीमों की पहचान करने और पैसा लगाने में निहित है। हम आभारी हैं कि इस महान टीम ने हमें निवेश करने की अनुमति दी। धन एक वस्तु है। उद्यमिता दुर्लभ है।’
जोमैटो ने डीआरएचपी में कहा कि वह अपने विस्तार और विलय एवं अधिग्रहण के वित्त पोषण के लिए आईपीओ से जुटाई गई आय से 5,625 करोड़ रुपये का उपयोग करेगी, जिसमें ग्राहक एवं उपयोगकर्ता अधिग्रहण, वितरण एवं प्रौद्योगिकी अवसंरचना और दूसरे नए बदलाव शामिल हैं।