आईटी क्षेत्र की दिग्गज कंपनी विप्रो ने पिछले साल अपनी एआई360 रणनीति की शुरुआत के बाद से मौजूदा परियोजनाओं में आर्टिफिशल इंटेलिजेंस (एआई) अपनाने की दर में 140 प्रतिशत तक की वृद्धि देखी है। कंपनी के शीर्ष अधिकारी ने यह जानकारी दी है।
पिछले साल जुलाई में विप्रो ने एआई क्षमताओं को आगे बढ़ाने के लिए अगले तीन साल के दौरान एक अरब डॉलर के निवेश की प्रतिबद्धता जताई थी। इसके तहत उसने ‘विप्रो एआई360’ पेश किया था, जो एआई-फर्स्ट इनोवेशन इकोसिस्टम है। इसका लक्ष्य आंतरिक रूप से इस्तेमाल किए जाने वाले और साथ ही ग्राहकों को पेश किए जाने वाले हर प्लेटफॉर्म, टूल और समाधान में एआई को शामिल करना है।
विप्रो के मुख्य परिचालन अधिकारी संजीव जैन ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया, ‘पिछले साल अपनी एआई360 रणनीति की शुरुआत के बाद से विप्रो ने एआई के उपयोग के मामलों में 65 प्रतिशत तक की वृद्धि देखी है, मौजूदा गतिविधियों में एआई अपनाने में 140 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई है और उद्योग-विशिष्ट एआई आधारित समाधानों में 40 प्रतिशत तक का इजाफा हुआ है।’
विप्रो के मामले में इसकी एआई सेवाओं की मांग वित्तीय सेवाओं, खुदरा क्षेत्र, उपभोक्ता वस्तुओं, स्वास्थ्य सेवा जैसे प्रमुख उद्योग क्षेत्रों तथा विनिर्माण और ऊर्जा एवं उपयोगिताओं जैसे भारी परिसंपत्ति वाले उद्योगों से आ रही है।
विप्रो अपने कर्मचारियों को एआई और जनरेटिव एआई (जेनएआई) पर प्रशिक्षण दे रही है तथा 2,25,000 कर्मचारियों ने पहले ही बुनियादी जेनएआई 101 कार्यक्रम पूरा कर लिया है और 30,000 से अधिक कर्मचारियों ने प्रशिक्षण के उन्नत स्तर पूरे कर लिए हैं।
जैन ने कहा ‘हमारा लक्ष्य अपने सभी कर्मचारियों को उनकी भूमिकाओं और कार्यों के आधार पर एआई तकनीकों पर कौशल संपन्न करना और उन्हें रीस्किल करते रहना है।’