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देश का सबसे बड़ा बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI), अपने होम लोन पोर्टफोलियो को अगले वित्तीय वर्ष में 10 ट्रिलियन रुपये के आंकड़े तक पहुंचाने की कगार पर है। यह तेजी से बढ़ती मांग और कम ब्याज दरों के अनुकूल माहौल के चलते संभव हो रहा है।
SBI के चेयरमैन सी.एस. सेठी ने बताया कि वर्तमान में बैंक का होम लोन पोर्टफोलियो 9 ट्रिलियन रुपये से अधिक है और यह बैंक का सबसे बड़ा व्यवसायिक क्षेत्र है, जो कुल संपत्ति का 20% से अधिक हिस्सा बनाता है। उन्होंने कहा कि 14% की ग्रोथ रेट के साथ बैंक FY26 में 10 ट्रिलियन रुपये के लक्ष्य को आसानी से हासिल कर सकता है।
SBI का होम लोन पोर्टफोलियो पिछले साल 8.31 ट्रिलियन रुपये था, जो पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में 14.4% बढ़ा। बैंक ने सालों में धीरे-धीरे और स्थिर तरीके से होम लोन पोर्टफोलियो का विस्तार किया है और यह मार्च 2011 में 1 ट्रिलियन रुपये से बढ़कर नवंबर 2025 में 9 ट्रिलियन रुपये तक पहुंच गया।
इसके अलावा, बैंक ने इस क्षेत्र में एनपीए (Non-Performing Assets) को 1% से कम बनाए रखा है। FY25 में होम लोन में सकल एनपीए सिर्फ 0.72% था, जो बैंकिंग सेक्टर में सबसे कम में से एक है।
सी.एस. सेठी ने पहले ही कहा था कि RAM (रिटेल, एग्रीकल्चर और MSME) सेक्टर की मजबूत मांग बैंक की कुल क्रेडिट वृद्धि को 14% तक ले जाएगी। RAM सेगमेंट बैंक के कुल लोन पोर्टफोलियो का 67% है और इसने सितंबर में 25 ट्रिलियन रुपये का आंकड़ा पार किया।
आर्थिक वृद्धि के बेहतर रुझान के कारण SBI ने इस वित्तीय वर्ष के लिए क्रेडिट वृद्धि का लक्ष्य 12% से बढ़ाकर 14% कर दिया है। बैंक MSME लोन में 17-18%, और एग्रीकल्चर व रिटेल लोन में लगभग 14% की वृद्धि देख रहा है।
इसके अलावा, बैंक गोल्ड लोन में भी अच्छी वृद्धि देख रहा है और एक्सप्रेस क्रेडिट यानी अनसिक्योर्ड पर्सनल लोन में दो अंकीय वृद्धि होने की संभावना है।