Wipro Q2 Results: भारत की चौथी सबसे बड़ी IT कंपनी विप्रो लिमिटेड ने आज यानी 17 अक्टूबर को वित्त वर्ष 25 की सितंबर तिमाही के नतीजे (Wipro Q2 FY25 Results) जारी कर दिए। एक्सचेंजों को दी गई जानकारी में कंपनी ने बताया कि जुलाई-सितंबर तिमाही में उसका मुनाफा 21.3% बढ़कर 3,209 करोड़ रुपये हो गया है। पिछले साल की समान तिमाही (Q2FY24) में यह 2,646 करोड़ रुपये रहा था।
कंपनी ने बताया कि विप्रो अपने शेयरहोल्डर्स को 1 पर एक शेयर प्री यानी 1:1 बोनस शेयर (Wipro Bonus Share) भी देगी।इसके लिए बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स से मंजूरी मिल गई है। शेयरहोर्स से मंजूरी मिलने के बाद रिकॉर्ड डेट को लेकर भी ऐलान किया जाएगा। बोनस इश्यू के बाद चुकता इक्विटी शेयर पूंजी (paid-up equity share capital) लगभग 20,925,943,128 रुपये होने की उम्मीद है, जिसमें 2 रुपये प्रत्येक के 10,462,971,564 इक्विटी शेयर शामिल होंगे।
हालांकि, कंपनी ने बताया कि अगले 2 महीने के भीतर यानी 15 दिसंबर 2024 से पहले-पहले बोनस शेयर निवेशकों के खाते में क्रेडिट हो जाएगा।
एक्सचेंजों को दिए बयान में कंपनी ने बताया कि विप्रो का कंसोलिडेटेड रेवेन्यू (Wipro revenue Q2FY25) 22301.6 करोड़ रुपये रहा जो सालाना आधार पर (YoY) 1.0% की गिरावट है। पिछले साल की समान अवधि (Q2FY24) में कंपनी का रेवेन्यू 22515.9 करोड़ रुपये रहा था।
कंपनी की दूसरी तिमाही की परफॉर्मेंस ब्लूमबर्ग के अनुमान से अधिक रही। ब्लूमबर्ग के मुताबिक, विप्रो का रेवेन्यू 22,234.8 करोड़ रुपये और नेट प्रॉफिट 3,008 करोड़ रुपये रहने की उम्मीद थी।
हालांकि, पिछली तिमाही यानी जून तिमाही के मुकाबले इसमें 1.5% की बढ़ोतरी हुई है। अप्रैल-जून तिमाही में विप्रो ने 21963.8 करोड़ रुपये का रेवेन्यू दर्ज किया था।
कंपनी ने बताया कि विप्रो के IT सर्विस सेगमेंट का राजस्व 2,66.01 करोड़ डॉलर रहा, जो तिमाही आधार पर (QoQ) जून तिमाही के मुकाबले 1.3% की वृद्धि और सालाना आधार पर (YoY) 2.0% की कमी दर्ज करता है।
विप्रो का सितंबर तिमाही के लिए IT सर्विस का ऑपरेटिंग मार्जिन 16.8% रहा, जो तिमाही आधार पर 0.3% और सालाना आधार पर 0.7% की बढ़ोतरी है।
जुलाई-सितंबर तिमाही के लिए विप्रो की शुद्ध आय (Wipro net income) 32,100 करोड़ रुपये रही। यह QoQ 6.8% और YoY 21.3% की बढ़ोतरी है। कंपनी ने बताया कि Q2FY25 के लिए प्रति शेयर आय (EPS/अर्निंग पर शेयर) 6.14 रुपये रही, जो कि QoQ 6.8%और YoY 21.3% की बढ़ोतरी है।
Wipro की CEO और मैनेजिंग डायरेक्टर (MD) श्रीनी पलिया ने कहा, ‘Q2 में मजबूत एग्जिक्यूशन के आधार पर, हमने रेवेन्यू ग्रोथ, बुकिंग और मार्जिन के लिए अपनी उम्मीदों को पूरा किया। हमने अपने टॉप अकाउंट्स का विस्तार जारी रखा, बड़े सौदों की बुकिंग एक बार फिर 1 अरब डॉलर से अधिक हो गई, और कैपको (Capco) ने लगातार एक और तिमाही के लिए अपनी गति बनाए रखी। हमने चार में से तीन बाजारों में, साथ ही BFSI, कंज्यूमर, और टेक्नोलॉजी व कम्युनिकेशन सेक्टर्स में वृद्धि की। हम अपने ग्राहकों, रणनीतिक प्राथमिकताओं और AI-इनेबल्ड मजबूत विप्रो बनाने में निवेश जारी रखेंगे।’
कंपनी ने कहा कि उसके पास कुल बुकिंग 356.1 करोड़ डॉलर की रही। बड़े सौदे की बुकिंग 148.9 करोड़ डॉलर थी, जो स्थिर मुद्रा (constant currency) में 28.8% तिमाही आधार पर (QoQ) और 16.8% सालाना आधार पर (YoY) की वृद्धि है। बता दें कि किसी भी कंपनी के लिए कुल बुकिंग का मतलब उस अवधि के दौरान बुक किए गए सभी ऑर्डरों के कुल कॉन्ट्रैक्ट वैल्यू मूल्य से है, जिसमें नए ऑर्डर, रिन्यूबल्स और मौजूदा कॉन्ट्रैक्ट में एक्सटेंशन भी शामिल है। वहीं, लॉर्ज ऑर्डर्स की बुकिंग में कुल कॉन्ट्रैक्ट वैल्यू 3 करोड़ डॉलर से ज्यादा या उसके बराबर की होती है।
विपॅो की चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर (CFO) अपर्णा अय्यर ने कहा, ‘मैं हमारे सभी मानकों, जैसे राजस्व, बुकिंग, ऑपरेटिंग मार्जिन, कैश फ्लो और EPS में प्रदर्शन से बेहद संतुष्ट हूं। ऑपरेशनल सुधारों के चलते हमने अपने मार्जिन को 35 बेसिस पॉइंट्स (O.35%) से बढ़ाया और हमारी EPS तिमाही दर तिमाही 6.8% बढ़ी। हमारा ऑपरेटिंग कैश फ्लो Q2 में शुद्ध आय का 132.3% रहा, जो मजबूत बना हुआ है। नतीजतन, इस साल की पहली छमाही में हमने लगभग 1 बिलियन डॉलर का ऑपरेटिंग कैश फ्लो उत्पन्न किया है।’