विस्तारा का 11 नवंबर से एयर इंडिया के साथ विलय हो जाएगा। विलय के बाद विस्तारा का इन-फ्लाइट यानी उड़ान संबंधित अनुभव (रूट, शिड्यूल, विमान, केबिन क्रू, मेन्यू, कटलरी और सेवा समेत) कुछ समय तक पहले जैसा ही बना रहेगा।
अधिकारियों ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया कि विस्तारा के वफादार यात्रियों को आश्वस्त करने के लिए फौरी तौर पर इस नजरिए को बरकरार रखा जाएगा जो विलय के बाद अपने अनुभव की गुणवत्ता के बारे में चिंतित हो सकते हैं। चूंकि एयर इंडिया को रेट्रोफिटेड विमान मिलते रहेंगे। इसलिए एयर इंडिया के परिचालन में विस्तारा की सेवाओं का पूर्ण एकीकरण अगले वर्ष चरणबद्ध तरीके से किया जाएगा।
टाटा समूह द्वारा संचालित एयर इंडिया ने शुक्रवार को घोषणा की कि 12 नवंबर से विस्तारा के विमान एयर इंडिया के बैनर तले परिचालन करेंगे और उन्हें ‘2’ से शुरू होने वाले चार अंक के फ्लाइट कोड से पहचाना जाएगा। उदाहरण के लिए, यूके 955 उड़ान का नाम बदलकर एआई 2955 हो जाएगा, जिससे ग्राहकों के लिए इस तारीख के बाद एयर इंडिया डॉट कॉम पर बुकिंग करते समय इसे पहचानना आसान हो जाएगा।
एयरलाइन के एक अधिकारी ने बताया कि विस्तारा की इन-फ्लाइट मैगजीन दिसंबर में बंद हो जाएगी और एयर इंडिया की मैगजीन को एयर इंडिया समूह के सभी विमानों में शुरू किया जाएगा। अधिकारी ने कहा, ’12 नवंबर से, एयर इंडिया और विस्तारा दोनों के पायलट एक समेकित ड्यूटी रोस्टर के तहत परिचालन करेंगे। चूंकि केबिन क्रू ग्राहकों के सीधे संपर्क में रहते हैं। इसलिए विस्तारा ब्रांड के समाप्त होने के बाद भी कुछ समय तक उनकी टीम अलग-अलग बनी रहेगी।’
अधिकारी ने यह भी बताया, ‘एयर इंडिया के पुराने नैरो-बॉडी एयरक्राफ्ट रीट्रोफिटिंग की प्रक्रिया से गुजर रहे हैं। यह प्रक्रिया 2025 के मध्य तक पूरी हो जाने का अनुमान है। इसके पूरा हो जाने पर सभी विमानों में यात्रियों को एक खास अनुभव मिलेगा।’
इस बीच, विस्तारा की कैटरिंग टीम पहले ही एयर इंडिया तक बढ़ा दी गई है। चेक-इन काउंटर और बोर्डिंग गेट पर स्क्रीन में सिर्फ एयर इंडिया का नाम और सिंबल दिखेगा। हालांकि एयरलाइन के एक दूसरे अधिकारी ने कहा, ‘चूंकि सभी यात्रियों को इस विलय की जानकारी नहीं है।
इसलिए हम ग्राहकों को इससे अवगत कराने के लिए चेक-इन काउंटरों और बोर्डिंग गेट पर शुरू में प्लेकार्ड या संकेतों का इस्तेमाल कर सकते हैं। यात्रियों ने यदि विस्तारा का टिकट खरीद लिया है तो उन्हें चिंतित होने की जरूरत नहीं है।’ फिलहाल लक्ष्य विस्तारा की अधिकांश ब्रांडिंग को बाहरी तौर पर समाप्त करना है। लेकिन विमान के अंदर विस्तारा के बैंगनी रंग के सीट कवर और ब्रांडिंग को फिलहाल रखा जाएगा।
दूसरे अधिकारी ने कहा, ‘एयर इंडिया समूह की तत्काल प्राथमिकता अपने मौजूदा विमानों की रेट्रोफिटिंग है। विस्तारा की पोशाक, सीट कवर और रंगों में कोई भी बदलाव संभवतः उसके बाद ही होगा।’ एयर इंडिया इस समय हर सप्ताह करीब 3,150 उड़ानें संचालित करती है और उसके बेड़े में करीब 130 विमान शामिल हैं।