आदित्य बिड़ला समूह की कंपनी अल्ट्राटेक सीमेंट का वित्त वर्ष 26 की जुलाई-सितंबर तिमाही में समेकित शुद्ध लाभ सालाना आधार पर 75.2 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 1,231.58 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो सीमेंट की बिक्री की मात्रा में वृद्धि, बेहतर प्राप्तियों और कम इनपुट लागत के कारण संभव हुआ।
भारत की सबसे बड़ी सीमेंट कंपनी ने अपनी सहायक कंपनी इंडिया सीमेंट्स के माध्यम से अपनी सीमेंट उत्पादन क्षमता को 2.28 करोड़ टन सालाना (एमटीपीए) तक बढ़ाने के लिए 10,255 करोड़ रुपये की एक बड़ी निवेश योजना का भी खुलासा किया।
अल्ट्राटेक का परिचालन राजस्व सालाना आधार पर 20.3 फीसदी बढ़कर 19,606.93 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। तिमाही के दौरान, ग्रे सीमेंट की बिक्री में सालाना आधार पर 7.1 फीसदी की वृद्धि हुई, जबकि प्राप्तियों में सालाना आधार पर 4.5 फीसदी का सुधार हुआ।
अल्ट्राटेक सीमेंट के मुख्य वित्तीय अधिकारी अतुल डागा ने शनिवार को कंपनी की आय के बारे में कहा, एक ब्रांड के रूप में अल्ट्राटेक ने वित्त वर्ष 26 की दूसरी तिमाही में 13.2 फीसदी की वृद्धि दर्ज की, जिसका श्रेय अधिग्रहीत परिसंपत्तियों से उत्पादन में तेजी से हो रहे बदलाव को जाता है। इंडिया सीमेंट्स को आधार से अलग करके हमारी वृद्धि दर 9.6 फीसदी रही।
कंपनी ने 22 सितंबर, 2025 से प्रभावी जीएसटी 2.0 लागू कर दिया है, जिससे कर की दर में कमी का पूरा लाभ ग्राहकों को मिल रहा है। तिमाही के दौरान पूरे भारत में सीमेंट की औसत कीमतें सालाना आधार पर लगभग 5 फीसदी बढ़कर 350-365 प्रति कट्टा हो गईं। कंपनी का कुल खर्च सालाना आधार पर 15.9 फीसदी बढ़कर 18,119.56 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जबकि ग्रे सीमेंट के लिए बिजली की लागत में 8 फीसदी की गिरावट आई और ईंधन एवं लॉजिस्टिक्स लागत में 6-6 फीसदी की कमी आई। कंपनी का प्रति टन परिचालन एबिटा सालाना आधार पर 242 रुपये बढ़कर 966 रुपये हो गया।