आदित्य बिड़ला ग्रुप और वोडाफोन ग्रुप की पार्टनरशिप वाली टेलीकॉम कंपनी वोडाफोन आइडिया (Vodafone Idea) फंड जुटाने के लिए नए शेयर इश्यू करने जा रही है। मनीकंट्रोल ने सूत्रों के हवाले से बताया कि कंपनी अगले हफ्ते 18,000 से 20,000 करोड़ रुपये का फंड जुटाने के लिए फॉलो ऑन पब्लिक ऑफर (follow-on public offer या FPO) लॉन्च करेगी।
रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी ने FPO के लिए जेफरीज (Jefferies), एसबीआई कैपिटल मार्केट लिमिटेड (SBI Caps) और ऐक्सिस कैपिटल (Axis Capital) को लीड मैनेजर के तौर पर नियुक्त किया है।
अगर कंपनी FPO लॉन्च करती है तो यह भारत का अब तक का सबसे बड़ी ऑफरिंग होगी। इससे पहले भारत के दिग्गज प्राइवेट बैंकों में से एक येस बैंक (Yes Bank) ने 15,000 करोड़ रुपये का FPO लॉन्च किया था, जो अब तक का भारतीय मार्केट में किसी कंपनी की तरफ से लाया गया सबसे बड़ा FPO है।
हालांकि अदाणी समूह (Adani Group) की कंपनी अदाणी एंटरप्राइजेज (Adani Enterprises) जनवरी 2023 में 20,000 करोड़ रुपये का FPO लाने वाली थी, लेकिन उसी दौरान अमेरिकी फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research) की रिपोर्ट आ गई और अदाणी ग्रुप के ऊपर कुछ समय के लिए संकट के बादल छा गए। बाद में साल 2024 की शुरुआत में ग्रुप को राहत मिली और अब इसके शेयर फिर से पुराने स्तर पर लौट रहे हैं। अगर उस दौरान अदाणी एंटरप्राइजेज का FPO लॉन्च होता तो येस बैंक का रिकॉर्ड तोड़ देता और अब तक का सबसे बड़ा FPO होता।
मनीकंट्रोल ने सूत्रों के हवाले से खबर दी कि वोडाफोन आइडिया (Vi) ने कथित तौर पर विदेशी (FIIs) और घरेलू संस्थागत निवेशकों (DIIs) सहित एंकर निवेशकों से सपोर्ट हासिल कर लिया हैं, जो FPO के लिए शुरुआती समर्थन का संकेत है।
सूत्रों ने यह भी बताया कि वोडाफोन आइडिया की फंडरेजिंग को भारत सरकार का भी सपोर्ट मिल रहा है। कुछ निवेशकों ने FPO में निवेश करने से पहले सरकार से संपर्क किया था। सरकार कंपनी में 33 फीसदी की सबसे बड़ी शेयरहोल्डर है।
गौरतलब है कि इसी साल फरवरी में Vodafone Idea ने एक्सचेंजों को जानकारी देते हुए बताया था कि वह फंड जुटाने के लिए राइट्स इश्यू, IPO (पब्लिक ऑफर), तरजीही आवंटन (preferential allotment), निजी नियोजन, पात्र संस्थागत नियोजन (qualified institutions placement) या अन्य स्वीकृत तरीके (permissible mode) से एक या ज्यादा किस्तों में फंड जुटाने के प्रस्ताव पर विचार करेगी।
उस दौरान कंपनी के डॉयरेक्टर कुमार मंगलम बिड़ला ने कहा, ‘हम वोडाफोन आइडिया को लेकर प्रतिबद्ध हैं और जैसा कि हमने सार्वजनिक तौर पर कहा है बाहरी निवेशकों को लाने के प्रयास जारी हैं।’
बता दें कि वोडाफोन आइडिया इस समय भारी कर्ज से जूझ रही है और इसके ऑपरेशन में काफी घाटे का सामना करना पड़ रहा है। कंपनी के ग्राहक आधार (subscriber base) और बाजार हिस्सेदारी में भी गिरावट आ रही है।
5 अप्रैल 2024 को टेलीकॉम कंपनी Vodafone Idea के बोर्ड ने प्रमोटर आदित्य बिड़ला ग्रुप से 2075 करोड़ रुपये जुटाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी थी। फाइलिंग में कंपनी ने बताया था, ‘वोडाफोन आइडिया के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने ओरियाना इन्वेस्टमेंट्स प्रा. लि. (Oriana Investments Pte Limited) को 14.87 रुपये प्रति इक्विटी शेयर की वैन्यूएशन के साथ प्रति 10 रुपये के फेस वैल्यू वाले 1,395,427,034 इक्विटी शेयर जारी करने की मंजूरी दी है।
वित्त वर्ष 24 की जनवरी-मार्च तिमाही के रिजल्ट्स आने शुरू हो गए हैं। इस दौरान Vi भी अपने चौथी तिमाही के नतीजे जारी करेगी। हालंकि, वित्तीय वर्ष 2023-24 की तीसरी तिमाही (Q3FY24) में, वोडाफोन आइडिया ने 6,985.9 करोड़ रुपये का नेट घाटा दर्ज किया था, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि (Q3FY23) के 7,990 करोड़ रुपये के मुकाबले 12.56 फीसदी की कमी दर्शाता है। हालांकि, इसका राजस्व 10,673.1 करोड़ रुपये रहा, जो कि एक साल पहले की अवधि से 0.49 फीसदी ज्यादा था।
आज यानी 10 अप्रैल को वोडाफोन आइडिया के शेयर BSE पर 0.15 फीसदी की उछाल के साथ 12.93 रुपये पर बंद हुए। अगर पिछले 1 साल की कंपनी की परफॉर्मेंस देखी जाए तो इसके शेयरों में करीब 105 फीसदी का उछाल आया है। इसी तरह 6 महीने में कंपनी ने निवेशकों को 17 फीसदी का रिटर्न दिया है।
हालांकि, अगर पिछले तीन महीनों की शेयरों की परफॉर्मेंस देखें तो 3 महीने में कंपनी के शेयर करीब 20 फीसदी गिर चुके हैं। वहीं 1 महीने में इसके शेयरों में करीब 9 फीसदी की गिरावट आई है।