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गोपीनाथ की परंपरा को परिभाषित करेगी टीसीएस

Last Updated- December 11, 2022 | 9:06 PM IST

राजेश गोपीनाथन द्वारा टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) के मुख्य कार्याधिकारी एवं प्रबंध निदेशक की कमान संभाले पांच साल हो गए हैं। कंपनी का बाजार पूंजीकरण 2017-18 के 84 अरब डॉलर से दोगुना बढ़कर अब तक 184 अरब डॉलर हो चुका है। उसका राजस्व कैलेंडर वर्ष 2021 में बढ़कर 24 अरब डॉलर पर पहुंच गया है, जो कैलेंडर वर्ष 2017 में 18.5 अरब डॉलर था।
विश्लेषकों का कहना है कि अगले पांच साल टीसीएस में गोपीनाथन की विरासत को परिभाषित करेंगे। उस विरासत से यह स्पष्टï होगा कि गोपीनाथन निजी क्षेत्र की सबसे बड़ी नियोक्ता टीसीएस का संचालन कैसे कर रहे हैं जो 550,000 कर्मियों से जुड़ी हुई है। जहां किसी संदर्भ में पैमाना हमेशा चुनौतीपूर्ण होता है, लेकिन यह उनकी दक्षता होगी जो कंपनी को मजबूत बनाए रखने की ताकत प्रदान करती रहेगी।  
कंपनी ने विलय एवं अधिग्रहण के बगैर डिजिटल व्यवसाय के संदर्भ में सफलता हासिल की है और डिजिटल को रणनीति के केंद्र में रखा है। इस कंपनी पर नजर रखने वाले विश्लेषकों का कहना है कि कंपनी का नजरिया नए सेगमेंट में प्रवेश करने के लिए अधिग्रहण पर ध्यान देना नहीं है, बल्कि गोपीनाथन डिजिटल रणनीति का भी अच्छी तरह से प्रबंधन करने में कामयाब रहे हैं।
पारेख कंसल्टिंग के संस्थापक पारेख जैन ने कहा, ‘टीसीएस जैसी कंपनी को डिजिटल परिवेश के पूरी तरह नए स्वरूप में लाना वास्तव में अच्छा कार्य है। जहां इसकी तुलना चंद्रा (एन चंद्रशेखरन) के साथ होगी, वहीं मेरा मानना है कि राजेश ने अपनी पहचान बनाई है, खास कंपनी द्वारा पुन: मूल्यांकन की जरूरत और एफएमसीजी जैसे मूल्यांकन पाने के संदर्भ में।’
यदि टीसीएस के पहले पांच साल डिजिटल जगत को बढ़ावा देने में दक्षता हासिल करने पर खर्च किए गए थे, तो गोपीनाथन ने अपना अगला फोकस एरिया कंसल्टिंग क्षेत्र में बाजार भागीदारी बढ़ाना निर्धारित किया है, जिसे उन्होंने ग्रोथ ऐंड ट्रांसफॉर्मेशन (जीऐंडटी) सेगमेंट करार दिया है। उनका मानना है कि अगला 25 अरब डॉलर का राजस्व मुख्य तौर पर उसके ग्राहकों द्वारा चलाई जा रहीं जीऐंडटी परियोजनाओं पर आधारित होगा और उसे क्लाउड-केंद्रित पेशकशों से मदद मिलेगी।
गोपीनाथन के नेतृत्व में कंपनी ने अपनी यात्रा तीन हिस्सों में तय की: हॉराइजन-1, 2, और 3 में। पहला चरण क्लाउड से संबंधित कार्य और प्राथमिक मूल्य पेशकश के तौर पर इन्फ्रास्ट्रक्चर-एज-ए-सर्विस से जुड़ा हुआ था। हॉराइजन-2 वह है, जब क्लाउड की क्षमताओं का लाभ कंपनी स्तर पर बड़ा बदलाव लाने के लिए उठाया गया है। वहीं हॉराइजन-3 के साथ इकोसिस्टम बेहद महत्वपूर्ण कारक बन गया है, जिसे टीसीएस भविष्य के उद्योग ढांचे के तौर पर देखती है।
गार्टनर में वरिष्ठï निदेशक विश्लेषक डी डी मिश्रा का कहना है, ‘टीसीएस पिछले पांच साल के दौरान मजबूत कंपनी रही है, खासकर तब, जब बाजार में चुनौतियों के संदर्भ में उसकी अच्छी भागीदारी रही। ऐसा नहीं है कि टीसीएस विफलताओं से दूर रही, उसने इनका प्रबंधन किया, भले ही इसकी रफ्तार धीमी रही, लेकिन हमेशा उसने सुधार पर जोर दिया।’
मिश्रा का कहना है कि आकार के संदर्भ में अगले पांच साल बेहद महत्वपूर्ण होंगे। उनका कहना है, ‘टीसीएस को विशेष दृष्टिïकोण पर ध्यान देने की जरूरत होगी। बेहद महत्वपूर्ण यह है कि उसे तीन पहलुओं पर जोर देना होगा: जोखिम लेने की क्षमता, प्रौद्योगिकी परिदृश्य के बदलाव पर नजर, और प्रतिक्रिया को लेकर क्षमता।’

First Published - February 22, 2022 | 11:05 PM IST

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