इषिता आयान दत्त
जमशेदपुर, 3 मार्च
विश्व की छठी सबसे बड़ी इस्पात निर्माता कंपनी टाटा स्टील ने वर्ष 2012 के लिए अपने दृष्टिकोण की रूपरेखा प्रस्तुत की है। इस विजन के तहत कंपनी ने निवेश पर लाभ (आरओआई) को बढ़ा कर दोगुना किए जाने का लक्ष्य निर्धारित किया है।
टाटा स्टील के स्थापना दिवस समारोहों के दौरान अनौपचारिक रूप से मीडिया से बातचीत करते हुए टाटा स्टील के प्रबंध निदेशक बी. मुथुरमन ने कहा कि कंपनी मूल्य निर्धारण और कॉरपोरेट नागरिकता को लेकर वैश्विक मानदंड पर नजर रखेगी। मूल्य निर्धारण पहल के तहत टाटा स्टील समूह, जिसमें टाटा स्टील और इसकी दक्षिण एशियाई सहायक कंपनियां और कोरस के अधीन ब्रिटिश संचालन शामिल है, का उद्देश्य आरओआई के मौजूदा स्तर को 16 प्रतिशत से बढ़ा कर 32 प्रतिशत करना है।
कोरस के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) फिलिप वरीन के अनुसार आरओआई लक्ष्य थोड़ा कठिन जरूरत था, लेकिन यह काफी चुनौतीपूर्ण रहने वाला है। उन्होंने कहा कि यदि हम इसे पूरा करते हैं तो यह एक वैश्विक मानदंड होगा।
इसकी मूल्य निर्धारण योजना के हिस्से के रूप में कोरस की क्षमता बढ़ेगी जो 60 करोड़ डालर के अतिरिक्त मूल्य में परिवर्तित हो जाएगी। वरीन ने कहा कि यह कोरस द्वारा पिछले वर्ष जारी किया गया दिशा-निर्देश है और हम साल-दर-साल कम से कम 60 करोड़ डालर का लक्ष्य हासिल करेंगे।
टाटा स्टील के लिए विजन 2012 जमशेदपुर, दक्षिण पूर्व एशिया, ब्रिटेन और नीदरलैंड के लोगों द्वारा सह-निर्मित है।
मुथुरमन ने कहा कि इसके लिए मानदंड मूल्य निर्धारण के लिए समूह द्वारा निर्धारित किए गए हैं। इससे परियोजनाओं के तेज क्रियान्वयन में मदद मिलेगी। उदाहरण के लिए, नई जमशेदपुर परियोजना के लिए ‘एच‘ ब्लास्ट भट्टी की क्षमता 50 से 70 लाख टन होगी जिसे जून, 2008 में शुरू किया जाना था, लेकिन अब इसे मई में शुरू किया जाएगा और यह लगभग दो लाख टन का अतिरिक्त उत्पादन करेगी।
कोरस संयंत्र पुनर्संरचना और पुन: अभियांत्रिकी से भी संबद्ध होंगे। वरीन ने कहा कि कोरस का ऑटोमोटिव डिवीजन वैश्विक स्तर का ऑटोमोटिव इस्पात उत्पादित करेगा।
नीदरलैंड में कोरस की एल्जमुइदेन स्कीम में लगभग 30 करोड़ डालर का निवेश किया जा रहा है जिससे इस्पात निर्माता की बाजार भागीदारी बढ़ाने में मदद मिलेगी जिससे यह ऑटोमोटिव कारोबार क्षेत्र में एक अग्रणी कारोबारी के रूप में उभर सामने आ सकेगी।
कोरस के स्कंथोर्पे संयंत्र, जो बड़े उत्पादों का निर्माता है, में 26 करोड़ डालर का निवेश किया जा रहा है। वरीन ने कहा कि संयंत्र का इस्तेमाल 28 मीटर रेल (पटरी) बनाने में किया गया है और निवेश के बाद यह 105 मीटर पटरी के निर्माण में सक्षम होगा।
एल्जमुइदेन और स्कंथोर्पे योजनाएं टाटा स्टील द्वारा कोरस के अधिग्रहण की प्राथमिकता को लेकर नियोजित हैं और यह पूरा होने के करीब है।
वरीन ने कहा कि टाटा स्टील समूह के विजन बयान में सस्ते कच्चे पदार्थ के स्रोतों को भी शामिल किया गया है। कोरस के लिए कच्चे पदार्थ बेहद महत्वपूर्ण हैं।
मौजूदा समय में समूह के कच्चे पदार्थ का सुरक्षा स्थान 20 प्रतिशत है और इसे 2012 तक बढ़ा कर 50 प्रतिशत किए जाने का लक्ष्य रखा गया है।