टाटा मोटर्स, टाटा कैपिटल और टाटा मोटर्स फाइनैंस के निदेशक मंडल ने एनसीएलटी की व्यवस्था योजना के जरिये टाटा मोटर्स फिन के टाटा कैपिटल के साथ विलय को मंजूरी दे दी है। टाटा मोटर्स ने आज यह जानकारी दी। इस विलय के लिए टाटा कैपिटल (टीसीएल) टाटा मोटर्स (टीएमएफएल) के शेयरधारकों को अपने इक्विटी शेयर जारी करेगी।
परिणामस्वरूप वाहन कंपनी के पास विलय वाली कंपनी में प्रभावी रूप से 4.7 प्रतिशत की हिस्सेदारी होगी। टाटा मोटर्स अपनी 100 प्रतिशत सहायक कंपनी टीएमएफ होल्डिंग्स लिमिटेड के जरिये अप्रत्यक्ष रूप से हिस्सेदारी रखेगी जो भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के पास पंजीकृत गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी-कोर निवेश कंपनी (एनबीएफसी-सीआईसी) है।
टाटा मोटर्स ने कहा कि यह लेन-देन टीएमएल के गैर-कोर कारोबारों से बाहर निकलने और उभरती प्रौद्योगिकियों तथा उत्पादों पर अपने पूंजीगत व्यय पर ध्यान केंद्रित करने के घोषित उद्देश्य के अनुरूप है। टाटा मोटर्स ने कहा कि यह विलय पूरा होने में नौ से 12 महीने लगेंगे। इसका टाटा मोटर्स फाइनैंस के ग्राहकों या ऋणदाआतों पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ेगा।