टाटा कैपिटल हेल्थकेयर फंड 2 (टीसीएचएफ) वर्तमान में फंड 3 के लिए अपनी योजनाओं को मजबूती दे रहा है। उसने अपने 13 करोड़ डॉलर फंड के कोष का 90 प्रतिशत हिस्सा निवेश कर दिया है। साल 2023-24 में टीसीएचएफ 2 के निवेशों से स्वास्थ्य क्षेत्र के 17 लाख प्रत्यक्ष लाभार्थियों को फायदा मिला और निवेश किए गए प्रत्येक 10 लाख डॉलर पर 41 नई नौकरियां सृजित हुईं।
टाटा कैपिटल हेल्थकेयर फंड 2 की मैनेजिंग पार्टनर विशालाक्षी चंद्रमौलि ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया, ‘टीसीएचएफ 2 ने अपने फंड 2 का लगभग 90 प्रतिशत भाग इस्तेमाल किया है और अब फंड 3 के लिए अपनी योजनाओं को पुख्ता कर रहा है। इस बीच टीसीएचएफ सह-निवेशकों के साथ अपनी निवेश योजनाएं तैयार कर रहा है तथा स्वास्थ्य सेवा वितरण, फार्मास्युटिकल और चिकित्सा उपकरणों की अपनी मुख्य उप-श्रेणियों में अवसरों की तलाश कर रहा है।’
उन्होंने कहा कि टीसीएचएफ 1 साई लाइफसाइंसेज, श्रीजी पॉलिमर्स, इंटास बायोफार्मास्युटिकल्स, कन्वर्ज हेल्थकेयर, लोकमान्य हॉस्पिटल्स, अमांता हेल्थकेयर और स्पर्श नेफ्रोकेयर जैसे सात निवेशों से सफलतापूर्वक बाहर निकल चुका है। फंड ने अपने निवेश पर औसतन दो से ढाई गुना रिटर्न कमाया है।
टीसीएचएफ ने दो फंड विंटेज – टीसीएचएफ 1 (2012) और टीसीएचएफ 2 (2022) में 20 करोड़ डॉलर से अधिक की रकम जुटाई है। यह फंड टाटा संस लिमिटेड की सहायक कंपनी टाटा कैपिटल लिमिटेड द्वारा प्रायोजित है। दोनों फंडों – टीसीएचएफ 1 और टीसीएचएफ 2 ने 18 कंपनियों में निवेश किया है और अब तक सात कंपनियों से सफलतापूर्वक बाहर निकल चुके हैं।
टाटा कैपिटल हेल्थकेयर फंड 2 ने अब तक 9 कंपनियों में निवेश किया है, जिनमें लाइनक्स लैबोरेटरीज, साकार हेल्थकेयर, ऑर्बिक्युलर फार्मास्युटिकल्स टेक्नोलॉजिज, अतुल्य हेल्थकेयर, एंडरसन डायग्नोस्टिक्स, डीपटेक, एपेक्स किडनी केयर, मुंबई ऑन्कोकेयर सेंटर और नोबल प्लस फार्मेसी ऐंड स्किन केयर शामिल हैं।
चंद्रमौलि ने कहा कि टीसीएचएफ 2 भारत की महत्वपूर्ण स्वास्थ्य सेवा आवश्यकताओं पर ध्यान देते हुए सार्थक बदलाव का उत्प्रेरक बना हुआ है।