facebookmetapixel
FD Rates: दिसंबर में एफडी रेट्स 5% से 8% तक, जानें कौन दे रहा सबसे ज्यादा ब्याजट्रंप प्रशासन की कड़ी जांच के बीच गूगल कर्मचारियों को मिली यात्रा चेतावनीभारत और EU पर अमेरिका की नाराजगी, 2026 तक लटक सकता है ट्रेड डील का मामलाIndiGo यात्रियों को देगा मुआवजा, 26 दिसंबर से शुरू होगा भुगतानटेस्ला के सीईओ Elon Musk की करोड़ों की जीत, डेलावेयर कोर्ट ने बहाल किया 55 बिलियन डॉलर का पैकेजत्योहारी सीजन में दोपहिया वाहनों की बिक्री चमकी, ग्रामीण बाजार ने बढ़ाई रफ्तारGlobalLogic का एआई प्रयोग सफल, 50% पीओसी सीधे उत्पादन मेंसर्ट-इन ने चेताया: iOS और iPadOS में फंसी खतरनाक बग, डेटा और प्राइवेसी जोखिम मेंश्रम कानूनों के पालन में मदद के लिए सरकार लाएगी गाइडबुकभारत-ओमान CEPA में सामाजिक सुरक्षा प्रावधान पर होगी अहम बातचीत

एमेजॉन-फ्यूचर मामले में सुनवाई पर रोक हटी

Last Updated- December 11, 2022 | 8:43 PM IST

सर्वोच्च न्यायालय ने एमेजॉन और फ्यूचर समूह के मामले में सिंगापुर आर्बिट्रेशन ट्रिब्यूनल सेंटर (एसआईएसी) में सुनवाई पर लगी रोक हटा दी है। इससे पहले दिल्ली उच्च न्यायालय के खंडपीठ ने 5 जनवरी को इस मामले में एसआईएसी की सुनवाई पर रोक लगा दी थी।
सर्वोच्च न्यायालय ने फ्यूचर समूह व एमेजॉन से कहा कि अगर उन्हें आर्बिट्रेशन की कार्यवाही शुरू करने में किसी तरह की दिक्कत नहीं है तो अदालत इस संबंध में आदेश जारी करेगी। दोनोंं पक्षकारों ने इस पर सहमति जताई।
एमेजॉन ने रिलायंस इंडस्ट्रीज और फ्यूचर समूह के बीच अगस्त 2020 में हुए 24,713 करोड़ रुपये के सौदे का विरोध करते हुए अक्टूबर 2020 में एसआईएसी का दरवाजा खटखटाया था। सर्वोच्च न्यायालय ने फ्यूचर समूह से अंतरिम आवेदन पर जवाब दाखिल करने को कहा और मामला 23 मार्च तक स्थगित कर दिया। मंगलवार को सर्वोच्च न्यायालय ने एमेजॉन को अंतरिम आवेदन दाखिल करने की अनुमति दी थी।
साथ ही दोनों पक्षकारों ने मंगलवार को सर्वोच्च न्यायालय को सूचित किया कि इस सौदे के कारण हुए कानूनी संघर्ष के समाधान के लिए एमेजॉन व फ्यूचर के बीच हुई बातचीत से कोई समाधान नहीं निकला है। 3 मार्च को एमेजॉन ने इसके समाधान के लिए फ्यूचर व रिलायंस के साथ बातचीत का प्रस्ताव रखा था और अदालत ने उन्हें इसके निपटान के लिए 15 मार्च तक रूपरेखा पेश करने को कहा था।
एमेजॉन ने मंगलवार को अदालत को यह भी सूचित किया कि रिलायंस इंडस्ट्रीज ने फ्यूचर समूह के ज्यादातर स्टोर अपने अधिकार में ले लिया है। मंगलवार को एक अखबार में छपे विज्ञापन में अमेरिकी ई-कॉमर्स दिग्गज ने स्टोर के हस्तांतरण के मामले में फ्यूचर व आरआईएल पर धोखाधड़ी का आरोप लगाया था।
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने फ्यूचर समूह के स्टोर का अधिग्रहण 25 फरवरी से शुरू किया था। फ्यूचर समूह ने रिलायंस इंडस्ट्रीज से स्टोर का उप-पट्टा लिया था और 26 फरवरी को एक्सचेंज को दी सूचना में उसने कहा था कि उसने काफी बकाया के कारण काफी स्टोर के लिए टर्मिनेशन नोटिस प्राप्त किया है।
9 मार्च को फ्यूचर समूह ने स्टॉक एक्सचेंज को भेजी दो अलग-अलग सूचना में कहा था कि उसे 947 स्टोर के लिए 7 व 8 मार्च को टर्मिनेशन नोटिस मिले, जो उसने रिलायंस की इकाइयों से उप-पट्टे पर लिया था।
फ्यूचर रिटेल ने बिग बाजार और फैशन बिग बाजार के 342 स्टोर, छोटे फॉर्मेट वाले 493 स्टोर (ईजीडे व हेरिटेज स्टोर समेत) के लिए टर्मिनेशन नोटिस प्राप्त किया।
फ्चूयर लाइफस्टाइल ने भी 78 ब्रांड फैक्टरी स्टोर व 34 सेंट्रल स्टोर के लिए टर्मिनेशन नोटिस प्राप्त किया और ये स्टोर कंपनी के खुदरा राजस्व में 55-65 फीसदी का योगदान करते रहे हैं। कंपनी ने एक्सचेंज को भेजी सूचना मेंं ये बातें कही है। फ्यूचर समूह के करीब 1,500 स्टोर हैं और बाकी स्टोर (करीब 550 स्टोर) उनके पास अभी भी बने हुए हैं।

First Published - March 16, 2022 | 11:16 PM IST

संबंधित पोस्ट