facebookmetapixel
सरकारी कर्मचारियों और पेंशनरों को तोहफा! इस राज्य सरकार ने DA-DR बढ़ाने का किया ऐलान, जानें डिटेलऑफिस किराए में जबरदस्त उछाल! जानें, दिल्ली, मुंबई या बेंगलुरु – किस शहर में सबसे तेज बढ़े दाम?HUL vs Nestle vs Colgate – कौन बनेगा FMCG का अगला स्टार? जानें किस शेयर में है 15% तक रिटर्न की ताकत!EPF खाताधारकों को फ्री में मिलता है ₹7 लाख का कवर! जानें इस योजना की सभी खासियतPiyush Pandey Demise: ‘दो बूंद जिंदकी की…’ से लेकर ‘अबकी बार, मोदी सरकार’ तक, पीयूष पांडे के 7 यादगार ऐड कैम्पेनदिवाली के बाद किस ऑटो शेयर में आएगी रफ्तार – Maruti, Tata या Hyundai?Gold Outlook: जनवरी से फिर बढ़ेगा सोना! एक्सपर्ट बोले- दिवाली की गिरावट को बना लें मुनाफे का सौदाGold ETF की नई स्कीम! 31 अक्टूबर तक खुला रहेगा NFO, ₹1000 से निवेश शुरू; किसे लगाना चाहिए पैसाब्लैकस्टोन ने खरीदी फेडरल बैंक की 9.99% हिस्सेदारी, शेयरों में तेजीभारत का फ्लैश PMI अक्टूबर में घटकर 59.9 पर, सर्विस सेक्टर में रही कमजोरी

भारत में स्टार्टअप फंडिंग: लेट-स्टेज पर बढ़ रहा है दांव, IPO की ओर बढ़ रहे हैं स्टार्टअप

निवेशकों की पसंद आईपीओ लाने वाली स्टार्टअप फर्में

Last Updated- June 26, 2024 | 11:05 PM IST
startups

भारत में स्टार्टअप कंपनियों की फंडिंग का दौर बदल रहा है। कुल फंडिंग में रुझान बढ़ने के साथ-साथ सौदों का आकार बड़ा हो रहा है। हालांकि अब लेट-स्टेज वाले स्टार्टअपों में दिलचस्पी है। इनमें से कई आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) की दिशा में बढ़ रहे हैं।

शेयर बाजार में रिकॉर्ड उछाल और सूचीबद्ध स्टार्टअप कंपनियों के लगातार बेहतर होते प्रदर्शन से धारणा बेहतर हुई है, खास तौर उन स्टार्टअप के मामले में जो आईपीओ के लिए एकदम तैयार रहे हैं। इस साल अब तक स्टार्टअप के आईपीओ की संख्या बढ़कर 17 हो गई है। इनकी संख्या साल 2023 की पहली छमाही में छह और दूसरी छमाही में 12 थी।

इसके समानांतर इस साल अब तक स्टार्टअप की फंडिंग बढ़कर 4.1 अरब डॉलर हो गई है जबकि साल 2023 की दूसरी छमाही की यह फंडिंग 3.96 अरब डॉलर थी। इससे इसमें सुधार के रुख की पुष्टि होती है। लेट-स्टेज स्टार्टअप कंपनियों की फंडिंग, जिनमें आईपीओ लोने वाले समूह भी शामिल हैं, इस साल अब तक 50 सौदों में 2.4 अरब डॉलर थी।

पिछले साल की दूसरी छमाही में यह 61 सौदों के जरिये 2.3 अरब डॉलर और जनवरी-जून 2003 में 2.4 अरब डॉलर थी। इससे हर सौदे के आकार में इजाफे का पता चलता है। जेप्टो ने पिछले सप्ताह 66.5 करोड़ डॉलर की फंडिंग के दौर और अपने मूल्यांकन का दोगुने से भी ज्यादा होने का ऐलान किया है।

जेप्टो ने इस उपलब्धि का श्रेय अपने बेहतर प्रदर्शन को दिया और अगले साल संभावित आईपीओ की भी बात कही। जेप्टो के सह-संस्थापक और मुख्य कार्य अधिकारी आदित पालिचा ने फंडिंग पर चर्चा करते हुए बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया कि बैंक में नकदी होने से हम खासे स्तर का आईपीओ पेश करने में सक्षम हैं। हमें विश्वास है कि आईपीओ साल 2025 में आएगा।

First Published - June 26, 2024 | 10:23 PM IST

संबंधित पोस्ट