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Swiggy के क्विक कॉमर्स में बढ़ता घाटा, मार्जिन पर बड़ा असर

​क्विक कॉमर्स सेगमेंट की जीएमवी सालाना आधार पर दोगुनी हो गई। उसे मजबूत मंथली ट्रांजेक्टिंग यूजर्स (एमटीयू) से मदद मिली।

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देवांशु दत्ता   
Last Updated- May 16, 2025 | 10:41 PM IST

भले ही ​स्विगी ने मार्च तिमाही में संतोषजनक राजस्व वृद्धि दर्ज की लेकिन ​क्विक कॉमर्स (क्यूकॉम) कारोबार की वजह से नुकसान अनुमान के मुकाबले ज्यादा रहा।  फूड ​डिलिवरी कंपनी की सकल वाणिज्यिक वैल्यू (जीएमवी) सालाना आधार पर 17.6 फीसदी की दर से बढ़ी और परिचालन लाभ 210 करोड़ रुपये के साथ अनुमान की तुलना में अ​धिक रहा।

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​क्विक कॉमर्स सेगमेंट की जीएमवी सालाना आधार पर दोगुनी हो गई। उसे मजबूत मंथली ट्रांजेक्टिंग यूजर्स (एमटीयू) से मदद मिली। लेकिन मार्जिन में गिरावट आई और क्यूकॉम के लिए चौथी तिमाही में समायोजित परिचालन नुकसान 840 करोड़ रुपये रहा। कंपनी प्रबंधन ने संकेत दिया है कि क्यूकॉम सेगमेंट में नुकसान चौथी तिमाही में उच्च स्तर पर पहुंच गए हैं। अब सुधार की उम्मीद है। प्रतिस्पर्धा में तेजी नहीं आई है।

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कुल मिलाकर, चौथी तिमाही में राजस्व तिमाही आधार पर 10 फीसदी तक बढ़ा। लेकिन ऊंचे परिचालन खर्च (तिमाही आधार पर 30 प्रतिशत तक अ​धिक) की वजह से परिचालन स्तर पर नुकसान 33 फीसदी बढ़कर 960 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। चौथी तिमाही में स्टोरों की संख्या 316 तक बढ़कर 1,021 पर पहुंच गई। कुल नुकसान चौथी तिमाही में 1,080 करोड़ रुपये रहा जो तीसरी तिमाही में 790 करोड़ रुपये ​था। आरंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ) से पहले के शेयरधारक लॉक-अप की अवधि समाप्त होने वाली है जिससे शेयर में अस्थिरता बढ़ सकती है। ​​क्विक-कॉमर्स में प्रबंधन को 3 से 5 तिमाहियों में घाटे से उबर जाने की उम्मीद लग रही है। उसका कहना है कि क्यूकॉम पर इन्वेंट्री आधारित मॉडल 30-35 आधार अंक सुधार दर्ज कर सकता है।

First Published : May 16, 2025 | 10:38 PM IST