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SoftBank भारत में AI पर लगाएगी दांव, पिछले 12 महीनों से नहीं किया एक भी निवेश

भारत के AI स्टार्टअप के पास पेशकश करने के लिए काफी कुछ है जबकि कई बिज़नेस मॉडल में AI को अपनाया जा रहा है।

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शिवानी शिंदे   
Last Updated- February 19, 2024 | 11:45 PM IST

आर्टिफिशल इंटेलिजेंस (एआई) पर शुरुआती दौर में अरबों डॉलर का दांव लगाने वाले सॉफ्टबैंक के संस्थापक और मुख्य कार्या​धिकारी मासायोशी सन 2024 में भारत में एआई केंद्रित फर्मों पर निवेश की शुरुआत करेंगे।

जापान की इस कंपनी ने पिछले 12 महीनों से एक भी निवेश नहीं किया है मगर इस साल मई-जून से वह निवेश की शुरुआत करेगी। घटनाक्रम के जानकार सूत्रों ने कहा कि कंपनी प्रत्येक निवेश 7.5 करोड़ से 12.5 करोड़ डॉलर के दायरे में करने की संभावना तलाश रही है। इस बारे में जानकारी के लिए सॉफ्टबैंक को ईमेल किया गया लेकिन खबर लिखे जाने तक जवाब नहीं आया।

एक सूत्र ने कहा, ‘सॉफ्टबैंक भारत में नया निवेश करने के लिए तैयार है। वह दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था में एआई पर दांव लगा सकती है। सॉफ्टबैंक एआई में बड़ा निवेश करने वाले शुरुआती निवेशकों में से है और अब वह इस क्षेत्र पर नया निवेश करने की तैयारी में है।’

सूत्रों ने यह भी कहा कि सॉफ्टबैंक अपनी पोर्टफोलियो वाली कंपनियों को अपना पूंजीगत व्यय एआई के अनुरूप व्यव​स्थित करने के लिए प्रेरित कर रही है। एक अन्य शख्स ने कहा, ‘एआई अपनाने की गति के साथ तालमेल महत्त्वपूण है। इसकी वजह यह है कि अगर किसी उद्योग की कंपनियां एआई को समय के साथ तेजी से नहीं अपनाती हैं तो वह पीछे छूट सकती हैं।’

पिछले साल अक्टूबर में सॉफ्टबैंक इंडिया ने अपने निवेश वाली 20 कंपनियों के संस्थापकों और सीएक्सओ को एआई का कामकाज दिखाने के लिए दो दिन के लिए सिलिकन वैली की यात्रा पर ले गई थी। इसमें शामिल होने वाली कंपनियों में लेंसकार्ट, मीशो, अनएकेडमी, ओला इलेक्ट्रिक, एरुडिटस, व्हाठफिक्स, माइंडटिकल, इनमोबी और सेंस एचक्यू प्रमुख थीं।

सॉफ्टबैंक का शीष प्रबंधन अपने विजन फंड के निवेश के लिए भारत को सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाला बाजार बताता रहा है। सॉफ्टबैंक विजन फंड के जरिये भारत में करीब 11 अरब डॉलर का निवेश किया गया है। इसने करीब 6.2 अरब डॉलर की निकासी की है और अभी भी 22 कंपनियों में इसका अच्छा-खासा निवेश है। उचित बाजार मूल्य पर इस निवेश का वर्तमान मूल्य करीब 14 अरब डॉलर है।

भारत के एआई स्टार्टअप के पास पेशकश करने के लिए काफी कुछ है जबकि कई बिज़नेस मॉडल में एआई को अपनाया जा रहा है। कृत्रिम और सर्वम जैसी कंपनियां भारत में एलएलएम और एआई डीप तकनीक विकसित कर रही हैं। हालांकि भारत सबसे बड़ा उपभोक्ता डेटा बाजार में से एक है, ऐसे में यहां एआई के लिए व्यापक बाजार उपलब्ध हैं।

First Published : February 19, 2024 | 11:39 PM IST