ई-कॉमर्स एवं गेमिंग कंपनी शॉपी लिमिटेड ने सोमवार को कहा कि वह परिचालन शुरू होने के कुछ ही महीनों के बाद भारत के रिटेल बाजार से बाहर हो रही है और यह वैश्विक विस्तार अभियान की दिशा में इस महीने दूसरा झटका है। नुकसान में चल रही कंपनी को कमजोर वृद्घि परिदृश्य से जूझना पड़ा है।
कंपनी यहां अपना परिचालन 29 मार्च से बंद करना शुरू करेगी और इससे कुछ सप्ताह पहले ही उसकी ई-कॉमर्स इकाई शॉपी ने कहा था कि वह फ्रांस से बाहर निकल रही है। भारत ने शॉपी के लोकप्रिय गेमिंग ऐप ‘फ्री फायर’ को प्रतिबंधित कर दिया है।
इस प्रतिबंध के बाद न्यूयॉर्क में सूचीबद्घ ‘सी’ की बाजार वैल्यू एक ही दिन में 16 अरब डॉलर तक घट गई और इससे निवेशकों को सिंगापुर में मुख्यालय वाली इस कंपनी में अपना निवेश घटाने के लिए बाध्य होना पड़ा था।
शॉपी ने एक बयान में कहा कि परिचालन बंद करने के उसके निर्णय को वैश्विक बाजार अनिश्चितताओं के संदर्भ में देखा जा रहा है और कंपनी प्रक्रियाओं को सुगम बनाएगी।
सी ने इस महीने के शुरू में कहा कि उसके ई-कॉमर्स व्यवसाय की राजस्व वृद्घि इस साल करीब आधा घटकर 76 प्रतिशत रह जाने की आशंका है जो वर्ष 2021 में 157 प्रतिशत बढ़ गई थी। कंपनी को ऑनलाइन खरीदारी में कमी का सामना करना पड़ा है, क्योंकि बड़ी तादाद में देश महामारी की चपेट में आ गए थे।
स्मार्टकर्म प्लेटफॉर्म पर प्रकाशित लाइटस्ट्रीम रिसर्च के इक्विटी विश्लेषक ओसाधी कुमारासिरी ने कहा, ‘वृद्घि संबंधित शेयरों के प्रति बाजार धारणा में बड़े बदलाव के कारण, इन सभी ई-कॉमर्स कंपनियों को तब तक दबाव का सामना करना पड़ेगा, जब तक कि वे भरपाई के स्तर पर नहीं पहुंच जातीं।’
सी का शेयर चीन की टेक दिग्गज टेसेंट द्वारा समूह में 1.45 करोड़ शेयर बिक्री की घोषणा करने के बाद जनवरी में 11 प्रतिशत गिर गया था। अंतरराष्ट्रीय विस्तार योजना के तहत शॉपी का भारतीय व्यवसाय अक्टूबर 2021 में शुरू हुआ था।