मोबाइल फोन बाजार की बड़ी खिलाड़ी सैमसंग टेलीकम्युनिकेशंस ने क्षेत्रीय बाजार पर जोर देकर भारत में पकड़ मजबूत करने का फैसला किया है।
कंपनी भारतीय ग्राहकों के अनुकूल हैंडसेट और सॉफ्टवेयर तैयार करने की रणनीति पर भी काम कर रही है। सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स की यह सहयोगी कंपनी छोटे शहरों और गांव-कस्बों के ग्राहकों को उनकी जरूरत और पसंद के मुताबिक उत्पाद मुहैया कराने पर जोर दे रही है।
सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स की कॉर्पोरेट कम्युनिकेशंस महाप्रबंधक (दक्षिण एवं पश्चिम एशिया) रुचिका बत्रा ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया कि शुरुआत में कंपनी अंतरराष्ट्रीय बाजार के लिए तैयार उत्पाद ही भारत में भी उतार देती थी। लेकिन यहां बढ़ते बाजार और ग्राहकों की विशिष्ट जरूरतों को ध्यान में रखते हुए उसने बेंगलुरु में अपने अनुसंधान केंद्र की मदद से भारत के लिए खास हैंडसेट तथा अन्य उत्पाद बनाने शुरू कर दिए।
बाजार की बदलती तस्वीर और भारतीय ग्राहकों की रुचि तथा पसंद को देखकर कंपनी उत्पादों को विशिष्ट रूप देने पर ज्यादा जोर दे रही है। इसीलिए उसने नोएडा में सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग प्रयोगशाला भी खोली है। यह प्रयोगशाला कंपनी की कोरिया में मौजूद अनुसंधान एवं विकास (आरऐंडडी) टीम का ही हिस्सा है। इसमें फिलहाल 200 कर्मचारी काम कर रहे हैं, लेकिन चालू वर्ष के अंत तक इन्हें बढ़ाकर 500 तक पहुंचाने का कंपनी का इरादा है।
बत्रा के मुताबिक कंपनी के उत्पाद विकास का यह अहम हिस्सा है। उन्होंने कहा, ‘दरअसल भारतीयों के मिजाज के मुताबिक हैंडसेट तैयार करने के लिए किसी भी कंपनी ने यहां इतना बड़ा आरऐंडडी केंद्र नहीं खोला है। लेकिन नोएडा का हमारा केंद्र यह काम जोर शोर से कर रहा है और हमने पिछले 3 महीनों में बाजार में 15 नए हैंडसेट उतारे हैं। आने वाले महीनों में भी हैंडसेट की कतार में अच्छा खासा इजाफा करने की हमारी योजना है।’
उन्होंने बताया कि चालू वर्ष की दूसरी छमाही में भी कई नए मॉडल पेश करने का कंपनी का इरादा है। सैमसंग जुलाई के महीने में भी कुछ शानदार मॉडल उतारने जा रही है, जिनमें हर वर्ग के ग्राहक का ध्यान रखा जाएगा। कंपनी इंट्री लेवल फोन तो उतार ही रही है, साथ-साथ अत्याधुनिक फोन पसंद करने वालों का भी खयाल रख रही है। इसलिए उसने 5 मेगापिक्सल कैमरे वाले हैंडसेट भी बाजार में उतार दिए हैं।
कंपनी ने गुरु श्रेणी के सस्ते फोन उतारे हैं। उसने आई 7 जैसा अत्याधुनिक बिजनस फोन भी पेश किया है। आगे भी वह हर वर्ग के ग्राहकों के लिए हैंडसेट लाएगी। क्षेत्रीय बाजार में वितरण नेटवर्क पर भी सैमसंग खास ध्यान दे रही है। उसने ‘सैमसंग मोबाइल प्रिविलिज्ड पार्टनर’ बनाए हैं, जो सभी हैंडसेट बेचते हैं, लेकिन सैमसंग के हैंडसेट्स पर ज्यादा जोर देते हैं। कंपनी इस साल के अंत तक ऐसे 500 पार्टनर बनाने की योजना पर काम कर रही है।
विशेषज्ञों के मुताबिक सैमसंग की यह कवायद मोबाइल बाजार में दूसरे नंबर पर पहुंचने के लिए है। ओरआरजी की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय हैंडसेट बाजार में नोकिया और सोनी इरिक्सन के बाद तीसरे नंबर पर सैमसंग ही है।