निदेशक मंडल में बड़े फेरबदल के तहत दवा क्षेत्र की प्रमुख कंपनी सिप्ला ने आज कहा कि उसके निदेशक मंडल ने सिप्ला की कार्यकारी वाइस चेयरपर्सन समीना हामिद का उनकी मौजूदा भूमिका से हटने और कंपनी के गैर-कार्यकारी निदेशक के रूप में बने रहने का फैसला मंजूर कर लिया है।
हामिद 31 मार्च, 2024 को अपनी इस भूमिका से हट जाएंगी। वह सिप्ला के संस्थापक परिवार की तीसरी पीढ़ी की हैं। हामिद सिप्ला के गैर-कार्यकारी वाइस चेयरमैन एमके हामिद की पुत्री और गैर-कार्यकारी चेयरमैन वाईके हामिद की भतीज़ी हैं।
यह घोषणा ऐसे समय आई है, जब बाजार में खबरें हैं कि सिप्ला के प्रवर्तक कंपनी में अपनी पूरी या आंशिक हिस्सेदारी बेचने पर विचार कर रहे हैं। कंपनी में फिलहाल सिप्ला के प्रवर्तकों की हिस्सेदारी 33.5 प्रतिशत है। इस कदम के बाद प्रवर्तक या संस्थापक परिवार से निदेशक मंडल के सभी तीन सदस्य गैर-कार्यकारी भूमिका में होंगे।
सिप्ला के निदेशक मंडल में अब वाईके हामिद, एमके हामिद, समीना हामिद (कार्यकारी वाइस चेयरपर्सन), उमंग वोहरा (प्रबंध निदेशक और वैश्विक मुख्य कार्य अधिकारी), एस राधाकृष्णन (गैर-कार्यकारी निदेशक) और छह स्वतंत्र निदेशक – अशोक सिन्हा, आदिल जैनुलभई, पीआर रमेश, पुनिता लाल, रॉबर्ट स्टीवर्ट और एम वैद्य हैं।
इस बीच निदेशक मंडल ने गुरुवार को अपनी बैठक में 1 अप्रैल, 2024 से शुरू होने वाली पांच साल की अवधि के लिए कंपनी के अतिरिक्त और स्वतंत्र निदेशक के रूप में भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के पूर्व महानिदेशक डॉ. बलराम भार्गव की नियुक्ति को भी मंजूरी दे दी।
नियामकीय सूचना में सिप्ला ने कहा कि उसके निदेशक मंडल ने हामिद का 25 जनवरी का पत्र स्वीकार कर लिया है, जिसमें उन्होंने कंपनी की कार्यकारी वाइस चेयरपर्सन के पद से हटने के फैसले के बारे में बताया है, हालांकि वह गैर-कार्यकारी निदेशक के रूप में काम करती रहेंगी।