रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर के निदेशक मंडल ने कंपनी के प्रवर्तक अनिल अंबानी समूह और वर्डे इन्वेस्टमेंट से 550.86 करोड़ रुपये तक पूंजी जुटाने के प्रस्ताव को आज मंजूरी दे दी।
कंपनी ने कहा कि वह प्रवर्तक समूह और वर्डे इन्वेस्टमेंट पार्टनर्स से संबंधित कंपनी वीएफएसआई होल्डिंग्स को 8.88 करोड़ रुपये इक्विटी शेयर और/या इतनी ही संख्या के समतुल्य परिवर्तनीय वारंट तरजीही आधार पर जारी करेगी। कुल जुटाई जाने वाली पूंजी में से अनिल अंबानी समूह 400 करोड़ रुपये का निवेश करेगा और शेष राशि वर्डे पार्टनर्स द्वारा निवेश किए जाएंगे।
तरजीही शेयर/वारंट 62 रुपये प्रति शेयर के भाव पर जारी किए जाएंगे। रिलायंस इन्फ्रा का शेयर शुक्रवार को 69.85 रुपये के भाव पर बंद हुआ था।
कंपनी ने कहा कि जुटाई जाने वाली पूंजी का उपयोग दीर्घावधि के संसाधनों, सामान्य कारोबारी प्रयोजन, भविष्य की वृद्घि के लिए वित्तपोषण और कंपनी के कर्ज को कम करने में किया जाएगा। कंपनी पर 3,808 करोड़ रुपये का कर्ज है। आज हुई बैठक में निदेशक मंडल ने कहा कि पूंजी जुटाने के प्रस्ताव को डाक मतपत्र के जरिये शेयरधारकों की मंजूरी ली जाएगी।
रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर देश की सबसे बड़ी बुनियादी ढांचा कंपनियों में में से एक है, जो विभिन्न विशेष उद्देश्यीय कंपनियों (एसपीवी) के जरिये परियोजनाएं विकसित करती हैं। यह बिजली, सड़क, मेट्रो रेल के साथ ही रक्षा क्षेत्र से भी जुड़ी हुई है। वित्त वर्ष 2021 में कंपनी की आय 1,689 करोड़ रुपये थी और उसे 19 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था।
बीएसई के अनुसार कंपनी में प्रवर्तकों की हिस्सेदारी 4.98 फीसदी है। बीमा कंपनियों के पास 4.99 फीसदी और बाकी सार्वजनिक संस्थानों के पास है। तरजीही शेयर जाार होने के बाद प्रवर्तक हिस्सेदारी बढ़कर 23 फीसदी हो जाएगी और वर्डे पार्टनर्स के पास 7 फीसदी हिस्सा होगा शेष हिस्सा सार्वजनिक संस्थानों के पास होगा।