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RIL ने अमेरिकी कंपनी Wavetech Helium में खरीदी 21% हिस्सेदारी! शेयरों पर रखें नजर

यह सौदा रिलायंस के तेल से लेकर टेलीकॉम तक के कारोबार को अब हेलियम क्षेत्र में विस्तार की ओर ले जाता है।

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अमृता पिल्लई   
Last Updated- November 28, 2024 | 6:21 PM IST

मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) ने गुरुवार को घोषणा की कि उसकी सहायक कंपनी ने अमेरिकी कंपनी Wavetech Helium, Inc (WHI) में 21% हिस्सेदारी खरीदी है। यह सौदा रिलायंस के तेल से लेकर टेलीकॉम तक के कारोबार को अब हेलियम क्षेत्र में विस्तार की ओर ले जाता है।

RIL की पूरी तरह से स्वामित्व वाली स्टेप-डाउन सहायक कंपनी रिलायंस फाइनेंस एंड इन्वेस्टमेंट्स यूएसए एलएलसी (RFIUL) ने Wavetech Helium, Inc (WHI) के साथ स्टॉक परचेज एग्रीमेंट साइन किया है। इसके तहत, कंपनी ने WHI में 21% हिस्सेदारी $12 मिलियन (करीब ₹100 करोड़) के कुल निवेश पर हासिल की है।

उद्योग से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, इस निवेश को रिलायंस का हेलियम क्षेत्र में संभावनाओं को समझने और भविष्य में इस सेगमेंट में विस्तार की तैयारी के रूप में देखा जा रहा है।

रिलायंस इंडस्ट्रीज ने WHI के जरिए हेलियम सेक्टर में बढ़ाया कदम, कम-कार्बन समाधान पर ध्यान

रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) ने Wavetech Helium, Inc (WHI) में हिस्सेदारी खरीदकर हेलियम गैस के क्षेत्र में अपनी उपस्थिति दर्ज की है। WHI की वेबसाइट के अनुसार, कंपनी के पास अमेरिका के ईस्ट-साउथईस्ट कोलोराडो, वेस्टर्न कैनसस और नॉर्थवेस्ट मोंटाना जैसे प्रमुख क्षेत्रों में हेलियम गैस के भंडार और संसाधनों पर नियंत्रण है।

WHI, जो अमेरिका में 2024 में शुरू हुई, हेलियम गैस की खोज और उत्पादन के साथ-साथ भूमिगत भंडारों से गैस निकालने में विशेषज्ञता रखती है। RIL ने कहा कि यह निवेश कंपनी के कम-कार्बन ऊर्जा के क्षेत्र में खोज और उत्पादन के काम को बढ़ाने की योजना का हिस्सा है।

हेलियम का इस्तेमाल मेडिकल उपकरण, वैज्ञानिक शोध, एयरोस्पेस, इलेक्ट्रॉनिक्स, फाइबर ऑप्टिक्स और सेमीकंडक्टर बनाने जैसे कामों में होता है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और डेटा सेंटर्स के बढ़ने के साथ सेमीकंडक्टर बनाने में हेलियम की मांग और बढ़ने की उम्मीद है।

RIL के लिए हेलियम का क्षेत्र नया है। कंपनी ने बताया कि पिछले 20 सालों में हेलियम की मांग तेजी से बढ़ी है, लेकिन सप्लाई कम होने के कारण इसकी कीमत $300/मिलियन क्यूबिक फीट से ज्यादा हो गई है, जो प्राकृतिक गैस की कीमत से लगभग 100 गुना है।

गौर करने वाली बात है कि RIL ने अमेरिका में पिछला बड़ा निवेश 2010 में शेल गैस के कारोबार में साझेदारी के जरिए किया था। कंपनी 2021 में इस कारोबार से पूरी तरह से बाहर निकल गई थी। अब WHI के साथ यह नया सौदा रिलायंस के वैश्विक विस्तार की नई दिशा को दिखाता है।

First Published : November 28, 2024 | 6:21 PM IST