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बैलेंस शीट मजबूत: अंबानी

अंबानी ने कहा कि पिछले कुछ सालों में व्यापार और सप्लाई चेन में कई समस्याएं आई हैं जिससे कई देशों को ऊर्जा की कमी का सामना करना पड़ा है।

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अमृता पिल्लई   
Last Updated- August 07, 2024 | 9:54 PM IST

रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने अपनी बैलेंस शीट को मजबूत बना लिया है और वह वृद्धि के अगले स्तर के लिए तैयार है। कंपनी के चेयरमैन व प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने शेयरधारकों को यह जानकारी दी। आरआईएल ने बुधवार को मार्च 2024 में समाप्त वित्त वर्ष की सालाना रिपोर्ट जारी की। कंपनी वित्त वर्ष 2024 के लिए सालाना आम बैठक 29 अगस्त को करेगी।

अंबानी ने शेयरधारकों को अपने संदेश में कहा कि पूंजीगत खर्च के पिछले दौर के बाद रिलायंस ने अपनी बैलेंस शीट को मजबूत कर लिया है और अब वह वृद्धि के अगले स्तर के लिए तैयार है। आरआईएल की एजीएम पर बाजार बहुत करीब से नजर रखता है क्योंकि समूह के चेयरमैन विगत में इस मौके पर अहम घोषणाएं करते रहे हैं।

सालाना रिपोर्ट में कहा गया है कि फंडिंग की रणनीति के तहत कंपनी वित्तीय बाजारों पर नजर रखेगी ताकि वृद्धि योजना को सहारा देने के लिए पूंजी जुटाने का सही मौका देख सके। साथ ही वह वित्तीय अनुशासन और जोखिम प्रबंधन पर गहराई से ध्यान बनाए रखेगी।

शेयरधारकों को संदेश में अंबानी ने यह भी कहा कि जामनगर में समूह की धीरूभाई अंबानी ग्रीन एनर्जी गीगा कॉम्पलेक्स परियोजना में तेजी से प्रगति हो रही है। सालाना रिपोर्ट में सोलर पीवी गीगा फैक्टरी के चरणबपद्ध परिचालन की बात कही गई है। इसके 2024 के आखिर तक शुरू होने का अनुमान है और 2030 तक 100 गीगावॉट की अक्षय ऊर्जा क्षमता स्थापित हो जाएगी।

भविष्य की योजना साझा करते हुए अंबानी ने कहा कि कंपनी कार्बन की रीसाइक्लिंग के लिए कई तकनीक की संभावना तलाश रही है। उन्होंने कहा कि हमारी शोध और विकास टीमें 24 घंटे काम कर रही हैं और ऐसा समाधान तलाश रही हैं जिनसे कार्बन रीसाइक्लिंग की प्रक्रिया में अनूठी तकनीक का फायदा उठाया जा सके।

कंपनी ने देश की सबसे बड़ी अक्षय ऊर्जा कंपनी बनने की अपनी महत्वाकांक्षा का भी खाका पेश किया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि अक्षय ऊर्जा के विकास पर काम शुरू हो गया है औ्र कंपनी को गुजरात में जमीन मिल गई है। हमारा इरादा भारत में सबसे बड़ी अक्षय ऊर्जा कंपनी बनने का है। हमने एमएसईडीसीएल के साथ अक्षय ऊर्जा खरीद करार में भागीदारी की पहल की है जो 25 साल के लिए और 128 मेगावॉट का है। एमएसईडीसीएल महाराष्ट्र की बिजली वितरण इकाई है।

सालाना रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी ने महाराष्ट्र सरकार के साथ 100 केटीपीए ग्रीन हाइड्रोजन उत्पादन के लिए सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं जिस पर 15,000 करोड़ रुपये का निवेश होगा। एशिया के सबसे अमीर अंबानी ने कारोबारी समुदाय को भी संदेश दिया। उन्होंने कहा कि कारोबारी समुदाय के लिए मिलकर काम करने का समय आ गया है ताकि साल 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाया जा सके।

वैश्विक अर्थव्यवस्था पर टिप्पणी करते हुए अंबानी ने कहा कि उतारचढ़ाव और अनिश्चितता की इस दुनिया में भारत स्थिरता व समृद्धि देश के तौर पर चमक रहा है। उन्होंने कहा कि अब दुनिया भारत को नवोन्मेषी केंद्र के तौर पर पहचान रही है। साथ ही भारत अन्य अर्थव्यवस्थाओं से बेहतर प्रदर्शन कर रहा है।

First Published : August 7, 2024 | 4:04 PM IST