रियल एस्टेट दिग्गज DLF ने वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही में 9,050 करोड़ रुपये की दमदार बुकिंग दर्ज की, जो एक साल पहले की तिमाही के मुकाबले 4 गुना और उसके अनुमानों से भी काफी ज्यादा है। इसे तीन नई पेशकशों से मदद मिली, जिनका कुल बुकिंग में 8,600 करोड़ रुपये का योगदान रहा।
वित्त वर्ष 2024 के पहले 9 महीनों में बुकिंग 13,300 करोड़ रुपये रही, जो सालाना आधार पर दोगुनी थी और 13,000 करोड़ रुपये के पूरे वर्ष के अनुमान से ज्यादा रही। DLF प्रिवाना-गुरुग्राम के पहले चरण में शुरू के 72 घंटे में ही 7,200 करोड़ रुपये की बुकिंग दर्ज की गई।
गुरुग्राम और पंचकूला में अन्य पेशकशों ने बिक्री पूर्व बुकिंग में 1,400 करोड़ रुपये का योगदान दिया। आगे नई योजनाएं पेश नहीं होने से DLF वित्त वर्ष का समापन 15,400 करोड़ रुपये की बुकिंग के साथ कर सकती है। अगले तीन साल के दौरान 70,000 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं को देखते हुए DLF का वित्त वर्ष 2024-वित्त वर्ष 2026 के दौरान बुकिंग का आंकड़ा सालाना आधार पर 27 प्रतिशत वृद्धि के साथ 25,000 करोड़ रुपये पर पहुंच सकता है।
निर्माण पर अधिक खर्च की वजह से परिचालन नकदी प्रवाह (ओसीएफ) 45 प्रतिशत तक बढ़कर 1,100 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। वित्त वर्ष 2024 के पहले 9 महीनों में DLF ने 6,600 करोड़ रुपये जुटाए और 3,200 करोड़ रुपये का ओसीएफ दर्ज किया। राजस्व सालाना आधार पर 2 प्रतिशत और तिमाही आधार पर 13 प्रतिशत बढ़ा लेकिन यह अनुमानों के अनुरूप नहीं रहा।
परिचालन मुनाफा 510 करोड़ रुपये रहा जो एक साल पहले के मुकाबले 7 प्रतिशत और तिमाही आधार पर 11 प्रतिशत तक ज्यादा है। शुद्ध लाभ सालाना आधार पर 26 प्रतिशत बढ़कर 660 करोड़ रुपये रहा।
इसे अन्य आय में सुधार तथा डीसीसीडीएल के संयुक्त उपक्रम का लाभ योगदान बढ़कर 27 प्रतिशत पहुंच जाने से मदद मिली। रिटेल आय में 21 प्रतिशत वृद्धि के साथ डीसीसीडीएल के वाणिज्यिक पोर्टफोलियो में किराया आय सालाना आधार पर 8 प्रतिशत तक बढ़कर 1,100 करोड़ रुपये रही। कार्यालय किराया आय सालाना आधार पर 6 प्रतिशत बढ़ी।
सेज ऐक्ट में ताजा संशोधन के बाद, DLF 11 लाख वर्ग फुट सेज क्षेत्र के फ्लोर-वाइज डिनोटिफिकेशन के लिए पहले ही आवेदन कर चुकी है, जिससे अगले 6 से 12 महीनों के दौरान ग्राहकों की संख्या बढ़ाने में मदद मिलेगी।
वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही से डाउनटाउन चेन्नई और वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही से स्टैंडर्ड चार्टर्ड टावर से किराया शुरू हो जाएगा। वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही से डाउनटाउन गुरुग्राम में टावर-4 से भी कंपनी को किराया मिलना शुरू हो जाएगा।
कंपनी प्रबंधन ने संकेत दिया है कि वित्त वर्ष 2025 में शुरू होने वाली परियोजनाओं में DLF 5 में लक्जरी परियोजना (प्रिवाना का नया चरण), चेन्नई में हाई-राइज प्रोजेक्ट और मुंबई परियोजना का पहला चरण शामिल है। गोवा तथा पंचकूला में छोटी परियोजनाएं शुरू की जाएंगी।