रियल एस्टेट

Signature Global को FY24 में बिक्री बुकिंग में 31% की वृद्धि की उम्मीद

पूरे वित्त वर्ष की बिक्री बुकिंग पर पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘ हम पूरे वित्त वर्ष में 4,500 करोड़ रुपये की बिक्री बुकिंग की उम्मीद कर रहे हैं।’’

Published by
भाषा   
Last Updated- November 13, 2023 | 12:57 PM IST

रियल एस्टेट कंपनी सिग्नेचर ग्लोबल को आवास की बेहतर मांग के दम पर चालू वित्त वर्ष 2023-24 में अपनी बिक्री बुकिंग में 31 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि के साथ इसके 4,500 करोड़ रुपये रहने की उम्मीद है।

गुरुग्राम स्थित सिग्नेचर ग्लोबल ने 2022-23 में 3,430.58 करोड़ रुपये की बिक्री बुकिंग हासिल की थी, जो उसके पिछले वर्ष से 32 प्रतिशत अधिक थी।

सिग्नेचर ग्लोबल के चेयरमैन प्रदीप अग्रवाल ने ‘पीटीआई-भाषा’ को दिए एक साक्षात्कार में कहा, ‘‘ हमने इस वित्त वर्ष के पहले छह महीनों में 1,861 करोड़ रुपये की बिक्री बुकिंग (प्री-सेल्स) की है, जो पिछले साल की तुलना में 38 प्रतिशत अधिक है।’’

पूरे वित्त वर्ष की बिक्री बुकिंग पर पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘ हम पूरे वित्त वर्ष में 4,500 करोड़ रुपये की बिक्री बुकिंग की उम्मीद कर रहे हैं।’’

अग्रवाल ने कहा कि कीमतों के साथ-साथ आवास ऋण पर ब्याज में बढ़ोतरी के बावजूद किफायती तथा मध्यम आय वाले आवास की मांग मजबूत बनी हुई है। उन्होंने कहा कि मांग में इस वृद्धि का फायदा उठाने के लिए कंपनी इस वित्त वर्ष की दूसरी छमाही के दौरान कुछ बड़ी परियोजनाएं शुरू करने की योजना बना रही है।

अग्रवाल ने कहा कि कंपनी भविष्य में आवास परियोजनाएं विकसित करने के लिए सीधे तथा संयुक्त उद्यम के जरिए भूमि अधिग्रहण करना चाहती है।

उन्होंने कहा, ‘‘ व्यवसाय परिचालन अधिशेष उत्पन्न कर रहा है और इससे वृद्धि को समर्थन मिलेगा।’’ अग्रवाल ने कहा कि आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) की आय से ऋण स्तर में काफी कमी आई है।

सिग्नेचर ग्लोबल सितंबर में 730 करोड़ रुपये जुटाने के लिए आईपीओ लाया था, जो सफल रहा था। हालांकि, कंपनी ने हाल ही में इस वित्त वर्ष 2023-24 की दूसरी (जुलाई-सितंबर) तिमाही में 19.92 करोड़ रुपये का एकीकृत शुद्ध घाटा होने की जानकारी दी। पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में उसे 59.25 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था।

वित्त वर्ष 2023-24 की जुलाई-सितंबर अवधि में कुल आय घटकर 121.16 करोड़ रुपये हो गई। पिछले वर्ष समान अवधि में यह 135.68 करोड़ रुपये रही थी। वहीं कुल खर्च घटकर 144.84 करोड़ रुपये रह गया, जो एक साल पहले समान अवधि में 223.33 करोड़ रुपये था।

First Published : November 13, 2023 | 12:57 PM IST (बिजनेस स्टैंडर्ड के स्टाफ ने इस रिपोर्ट की हेडलाइन और फोटो ही बदली है, बाकी खबर एक साझा समाचार स्रोत से बिना किसी बदलाव के प्रकाशित हुई है।)