प्रमुख दवा निर्माता कंपनी रैनबैक्सी ने मंगलवार को 30 जून को समाप्त दूसरी तिमाही के नतीजे जारी किए। इसमें कंपनी ने मार्क-टू-मार्केट घाटे का उल्लेख किया है।
इस अवधि के दौरान कंपनी का मार्क-टू-मार्केट घाटा 908.6 करोड़ रुपये रहा। हालांकि कंपनी ने इस बात का जिक्र नतीजे के साथ एक अलग नोट में बंबई स्टॉक एक्सचेंज से किया। इससे कंपनी के नतीजे पर इस घाटे का छाप नजर नहीं आई।
कंपनी ने बताया कि इस दौरान कंपनी को अन्य स्रोतों से 117.4 करोड़ रुपये की प्राप्ति हुई है, ऐसे में अगर इसे पी एंड एल में जोड़ा जाए, तो रैनबैक्सी का मुनाफा बढ़ सकता है। लेकिन अकाउंटिंग में एएस-30 मानक अपनाने की वजह से इसे मुनाफे में नहीं शामिल किया जा सकता।
इस तिमाही में रैनबैक्सी का मुनाफा 91.3 फीसदी घटकर 22.9 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जबकि पिछले वित्त वर्ष की सामन अवधि में मुनाफा 266.2 करोड़ रुपये था। कंपनी ने बताया कि इसमें विदेशी विनिमय घाटा, जो 193 करोड़ रुपये का है, उसे नहीं शामिल किया गया है। वहीं पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में कंपनी की विदेश से आय 201 करोड़ रुपये हुई थी। कंपनी की कुल आय पिछले वर्ष के 1,088 करोड़ रुपये की तुलना में 21.73 फीसदी बढ़कर 1,324 करोड़ रुपये पहुंच गई। इस दौरान कंपनी का शुद्ध संचालन लाभ 160.8 करोड़ रुपये रहा।
कंपनी की कुल बिक्री की बात करें, तो इसमें 13 फीसदी का इजाफा हुआ है। इस अवधि के दौरान कंपनी की बिक्री 1812 करोड़ रुपये हुई, जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 1623.8 करोड़ रुपये थी। रैनबैक्सी के अधिकारियों ने बताया कि कंपनी की बिक्री उम्मीद के अनुरूप रही। कंपनी के नतीजे जारी होने से शेयर बाजार में रैनबैक्सी के शेयरों में तकरीबन 3.48 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई और इसके शेयरों की कीमत 474.8 रुपये प्रति शेयर पर पहुंच गई। उल्लेखनीय है कि इसी तिमाही में जापानी दवा कंपनी दायची-सैंक्यो ने 184 अरब रुपये में कंपनी के प्रवर्तक मालविंदर सिंह के हिस्सेदारी वाले सभी शेयरों को खरीदने की घोषणा की है।