facebookmetapixel
अगर इंश्योरेंस क्लेम हो गया रिजेक्ट तो घबराएं नहीं! अब IRDAI का ‘बीमा भरोसा पोर्टल’ दिलाएगा समाधानइन 11 IPOs में Mutual Funds ने झोंके ₹8,752 करोड़; स्मॉल-कैप की ग्रोथ पोटेंशियल पर भरोसा बरकरारPM Kisan Yojana: e-KYC अपडेट न कराने पर रुक सकती है 21वीं किस्त, जानें कैसे करें चेक और सुधारDelhi Pollution: दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण ने पकड़ा जोर, अस्पतालों में सांस की बीमारियों के मरीजों की बाढ़CBDT ने ITR रिफंड में सुधार के लिए नए नियम जारी किए हैं, टैक्सपेयर्स के लिए इसका क्या मतलब है?जैश-ए-मोहम्मद से जुड़ा बड़ा जाल फरीदाबाद में धराशायी, 360 किलो RDX के साथ 5 लोग गिरफ्तारHaldiram’s की नजर इस अमेरिकी सैंडविच ब्रांड पर, Subway और Tim Hortons को टक्कर देने की तैयारीसोने के 67% रिटर्न ने उड़ा दिए होश! राधिका गुप्ता बोलीं, लोग समझ नहीं रहे असली खेलIndusInd Bank ने अमिताभ कुमार सिंह को CHRO नियुक्त कियाहाई से 40% नीचे मिल रहा कंस्ट्रक्शन कंपनी का शेयर, ब्रोकरेज ने कहा- वैल्यूएशन सस्ता; 35% तक रिटर्न का मौका

रैनबैक्सी ने दिया सीडी फार्मा को इनरसान का तोहफा

Last Updated- December 05, 2022 | 4:41 PM IST


रैनबैक्सी लैबोरेटरीज ने दिल्ली की सीडी फार्मा कंपनी को भारत और नेपाल में अपने ब्रांड इनरसान को बेचने की अनुमति दी है। सीडी फार्मा कंपनी अमेरिका की प्रोबायोटिक कंपनी वीएसएल फार्मास्युटिकल से संबंधित है। पेटेंट हुआ यह प्रोबायोटिक उत्पाद दंत रोगों जैसे कि पेरियोडॉन्टिटिस, जिंजिवाइटिस और हैलिटॉसिस के इलाज में इस्तेमाल होता है। फिलहाल दांतों की समस्या में इलाज के लिए इस प्रकार की कोई दवा उपलब्ध नहीं है।


रैनबैक्सी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और एशिया और पूर्व सोवियत देशों के राष्ट्रमंडल (सीआईएस) के क्षेत्रीय निदेशक संजीव दानी का कहन है कि पेटेंट के इस दौर में अपने विभिन्न उत्पादों के लिए हमें अलगअलग लाइसेंस की जरूरत है और इनरसान दबाओं से रैनबैक्सी को दंत चिकित्सा क्षेत्र में अपनी स्थिति मजबूत कर सकेगा। फिलहाल दंत चिकित्सकों के पास भारत में दंत रोगों के लिए विशेष चिकित्सीय उत्पाद उपलब्ध नहीं हैं, लेकिन अब इनरसान दवाएं इस क्षेत्र की जरूरतों को पूरा करेंगी।


सीडी फार्मा इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के कंट्री मैनेजर कंवलदीप चङ्ढा का कहना है कि इनरसान ने सभी नियामक संबंधी बाधाओं को पार कर लिया है और अगस्त में इसे लॉन्च किया जाएगा। कंपनी ने इस बात के भी संकेत दिए हैं कि कंपनी अपने और प्रोबायोटिक उत्पादों के लिए अगले महीने इसी तरह के गठजोड़ की घोषणा कर सकती है। इससे पहले घरेलू फार्मास्युटिकल कंपनियों एल्डर फार्मास्युटिकल और पीरामल हेल्थकेयर (पहले निकोलस पीरामल) ने भी हाल ही में इसी तरह के गठजोड़ वाले सौदे किए हैं।

First Published - March 18, 2008 | 11:22 PM IST

संबंधित पोस्ट