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Q1 Results: अल्ट्राटेक सीमेंट के मुनाफे में आई 49% की उछाल, जानें कैसा रहा ओबेरॉय रियल्टी और हैवेल्स का रिजल्ट

अल्ट्राटेक सीमेंट के सीएफओ अतुल डागा ने कहा, हाल ही में हम सालाना और तिमाही आधार पर बिक्री वॉल्यूम में दो अंकों की वृद्धि के अभ्यस्त हो गए हैं और इससे कम कुछ भी धीमा लगता है।

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प्राची पिसल   
भाषा   
Last Updated- July 21, 2025 | 10:01 PM IST

आदित्य बिड़ला समूह की अल्ट्राटेक सीमेंट का एकीकृत शुद्ध लाभ (मूल कंपनी के मालिकों के कारण) वित्त वर्ष 2026 की जून में समाप्त तिमाही के लिए 48.9 फीसदी बढ़कर 2,226 करोड़ रुपये पर पहुंच गया जबकि कुल बिक्री वॉल्यूम 9.7 फीसदी बढ़कर 3.683 करोड़ टन हो गई। तिमाही के दौरान अखिल भारतीय स्तर पर सीमेंट की कीमतों में 6 फीसदी की वृद्धि के बीच कंपनी की ग्रे सीमेंट प्राप्तियां भी 2.4 फीसदी बढ़कर 5,165 रुपये प्रति टन हो गईं। तिमाही के दौरान कंपनी की समग्र एकीकृत बिक्री वॉल्यूम में वृद्धि केसोराम इंडस्ट्रीज और इंडिया सीमेंट्स के अधिग्रहण के कारण हुई है।

हालांकि, सोमवार को आय की घोषणा के लिए आयोजित कॉन्फ्रेंस दौरान अल्ट्राटेक सीमेंट के मुख्य वित्तीय अधिकारी अतुल डागा ने कहा, हाल ही में हम सालाना और तिमाही आधार पर बिक्री वॉल्यूम में दो अंकों की वृद्धि के अभ्यस्त हो गए हैं और इससे कम कुछ भी धीमा लगता है। हालांकि कंपनी का लाभ ब्लूमबर्ग के विश्लेषकों के 2,251.03 करोड़ रुपये के अनुमान से थोड़ा कम रहा। वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही में कंपनी का परिचालन राजस्व सालाना आधार पर 13.1 फीसदी बढ़कर 21,275.45 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। राजस्व भी विश्लेषकों के 21,506 करोड़ रुपये के अनुमान से कम रहा।

डागा ने कहा, हमारा मानना है कि इस तिमाही के हमारे नतीजे बदलते बाजार परिदृश्य के साथ तालमेल बिठाने की हमारी क्षमता को दर्शाते हैं। साथ ही हम अपनी वित्तीय प्रतिबद्धताओं को भी पूरा करते हैं।

इलारा कैपिटल के अनुसार, वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही में पूरे भारत में सीमेंट की औसत कीमतें तिमाही आधार पर 3 फीसदी बढ़कर 377 रुपये प्रति कट्टा हो गई। सालाना आधार पर कीमतों में वृद्धि वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही से आई तेजी को दर्शाती है, जब आम चुनावों के कारण मांग प्रभावित होने से कीमतों में करीब 4 फीसदी की गिरावट आई थी। वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही में मॉनसून की शुरुआत के साथ जून 2025 में कीमतों में नरमी आई।

तिमाही के दौरान कंपनी का कुल खर्च 18,405.19 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल की समान तिमाही से 7.97 फीसदी ज्यादा है। ग्रे सीमेंट की ऊर्जा लागत पिछले साल की समान तिमाही से 12 फीसदी कम होकर 871 रुपये प्रति टन रही, जिसका मुख्य कारण ईंधन की कम कीमतें थीं। तिमाही के दौरान कंपनी की लॉजिस्टिक्स लागत में पिछले साल की समान तिमाही के मुकाबले 4 फीसदी की गिरावट आई, जबकि बिजली की लागत में पिछले साल की समान तिमाही से 8 फीसदी की नरमी दर्ज हुई।

वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही में कंपनी का परिचालन एबिटा 1,248 रुपये प्रति टन रहा, जो पिछले वर्ष की तुलना में 38.82 फीसदी ज्यादा है। कंपनी की बिक्री में प्रीमियम उत्पादों की हिस्सेदारी 33.8 फीसदी रही, जबकि वित्त वर्ष 25 की पहली तिमाही में यह हिस्सेदारी 24 फीसदी रही थी।

ओबेरॉय रियल्टी का लाभ 28 प्रतिशत घटा

ओबेरॉय रियल्टी लिमिटेड ने सोमवार को बताया कि कम आय के कारण जून, 2025 को समाप्त तिमाही में उसका एकीकृत शुद्ध लाभ 28 प्रतिशत घटकर 421.25 करोड़ रुपये रह गया। एक साल पहले इसी अवधि में यह आंकड़ा 584.51 करोड़ रुपये था। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में कंपनी की कुल आय घटकर 1,073.98 करोड़ रुपये रह गई, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि में 1,441.95 करोड़ रुपये थी। ओबेरॉय रियल्टी के निदेशक मंडल ने वित्त वर्ष 2025-26 के लिए दो रुपये प्रति शेयर के अंतरिम लाभांश को मंजूरी दी है।

हैवेल्स का शुद्ध लाभ 14.3 प्रतिशत घटा

उपभोक्ता बिजली उत्पाद बनाने वाली कंपनी हैवेल्स इंडिया का चालू वित्त वर्ष की जून तिमाही में एकीकृत शुद्ध लाभ 14.3 प्रतिशत घटकर 352.34 करोड़ रुपये रहा है। इस दौरान अधिक गर्मी न पड़ने और मांग कमजोर रहने से कंपनी के मुनाफे में गिरावट आई है। कंपनी ने एक साल पहले की समान तिमाही में 411.18 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था। कंपनी का जून तिमाही में परिचालन राजस्व 6.21 प्रतिशत घटकर 5,437.81 करोड़ रुपये रह गया, जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में यह 5,798.11 करोड़ रुपये था। जून तिमाही में हैवेल्स इंडिया का कुल खर्च भी 5.45 प्रतिशत घटकर 5,032.31 करोड़ रुपये रह गया।

First Published : July 21, 2025 | 9:55 PM IST (बिजनेस स्टैंडर्ड के स्टाफ ने इस रिपोर्ट की हेडलाइन और फोटो ही बदली है, बाकी खबर एक साझा समाचार स्रोत से बिना किसी बदलाव के प्रकाशित हुई है।)