facebookmetapixel
पश्चिमी देशों के मुकाबले भारत में AI से दफ्तरी नौकरियों पर खतरा कमः आईटी सचिवभारत बना दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा फ्यूल रिटेल मार्केट, पेट्रोल पंप की संख्या 1 लाख के पारSamsung IPO: सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स की आईपीओ लाने की फिलहाल कोई योजना नहीं, AI और मैन्युफैक्चरिंग ग्रोथ पर फोकसYear Ender 2025: SIP बनी ग्रोथ इंजन, म्युचुअल फंड इंडस्ट्री का AUM ₹81 लाख करोड़ के पारदिग्गज PSU Bank शेयर पर एमके ने दी BUY रेटिंग, ₹350 का टारगेट; कहा- फंडामेंटल मजबूत, वैल्यूएशन आकर्षकYear Ender: 2025 में चार नए लेबर कोड लागू, कामगरों के वेतन और सामाजिक सुरक्षा को मिली नई उम्मीद2023 के शॉर्ट-सेलर संकट के बाद अदाणी ग्रुप की वापसी, ₹80,000 करोड़ के किये सौदेYear Ender: 2025 में स्मॉलकैप-मिडकैप की थमी रफ्तार, सेंसेक्स ने निवेशकों को दिया बेहतर रिटर्नYear Ender: 2025 में GST स्लैब और इनकम टैक्स में हुए बड़े बदलाव, मिडिल क्लास को मिली बड़ी राहतबाढ़, बारिश और गर्मी से कारोबार को नुकसान? छोटे व्यापारियों के लिए क्लाइमेट इंश्योरेंस इसलिए जरूरी!

नियोजित मेगा रिफाइनरी विभिन्न जगहों पर होगी विभाजित!

Last Updated- December 15, 2022 | 11:58 PM IST
Crude Oil

भूमि अधिग्रहण की चुनौतियों के कारण भारत, सऊदी अरामको और अबू धाबी नैशनल ऑयल कंपनी (ADNOC) के साथ एक विशाल संयंत्र के बजाय कई रिफाइनरी बनाने पर विचार कर रहा है। इस मामले की जानकारी रखने वाले सूत्रों ने यह जानकारी दी है।

भूमि खरीद में बाधाएं बुनियादी ढांचे के सुस्त विकास का कारण

भूमि खरीद में बाधाएं एशिया की इस तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में बुनियादी ढांचे के सुस्त विकास के प्रमुख कारणों में से हैं। अरामको और ADNOC वर्ष 2018 में पश्चिमी महाराष्ट्र में 12 लाख बैरल प्रतिदिन क्षमता वाली तटीय रिफाइनरी और पेट्रोकेमिकल संयंत्र स्थापित करने के लिए सरकार द्वारा संचालित फर्मों के एक संघ में शामिल हुए थे, जो अपने तेल के लिए विश्वसनीय आउटलेट तलाश रहे थे।

यह भी पढ़े: सीमेंट बाजार में तीसरे नंबर की होड़ बढ़ी

लागत 36 प्रतिशत तक बढ़कर 60 अरब डॉलर हो चुकी

जमीन का 15,000 एकड़ का टुकड़ा हासिल करने में हुई देर ने इस परियोजना को लगभग ठप ही कर दिया है। शुरुआत में यह योजना वर्ष 2025 के लिए बनाई गई थी और वर्ष 2019 में किए गए अनुमानों के अनुसार लागत 36 प्रतिशत तक बढ़कर 60 अरब डॉलर हो चुकी है। एक सूत्र ने कहा कि एक प्रस्ताव यह है कि एक के बजाय हमारे पास वास्तव में तीन (भू-भाग) हो सकते हैं, जो इसमें शामिल कंपनियों के बीच चर्चा का विषय है।

First Published - December 15, 2022 | 7:23 PM IST

संबंधित पोस्ट