एडटेक यूनिकॉर्न फिजिक्सवाला (पीडब्ल्यू) ने वित्त वर्ष 2022-23 में लगातार तीसरे साल मुनाफा दर्ज किया है। इस वित्त वर्ष के दौरान कंपनी का कुल राजस्व 3.4 गुना बढ़कर 798 करोड़ रुपये हो गया। कंपनी ने शुक्रवार को यह घोषणा की।
मार्च 2023 को समाप्त हुए वित्त वर्ष के दौरान फिजिक्सवाला का परिचालन राजस्व बढ़कर 771.76 करोड़ रुपये हो गया, जबकि पिछले वित्त वर्ष के दौरान यह 232.47 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 21 में 24.6 करोड़ रुपये था।
कंपनी ने कहा कि यह वृद्धि मुख्य रूप से ऑफलाइन श्रेणी में बढ़ती पैठ की वजह से हुई है। यह घटनाक्रम ऐसे समय में सामने आया है, जब भारतीय एडटेक क्षेत्र को रकम जुटाने की कवायद में नरमी के बीच प्रतिकूल हालात का सामना करना पड़ा है। जबकि पैसा लगाने वाली कंपनियों को अपना मार्जिन बढ़ाने के लिए मशक्कत करनी पड़ रही है।
वित्त वर्ष 23 में फिजिक्सवाला का कुल खर्च (इसॉप, एलईआर और स्टॉक प्रावधान जैसे गैर-नकदी वाले खर्चों सहित) बढ़कर 777 करोड़ रुपये हो गया, जो एक साल पहले 103 करोड़ रुपये था। कर्मचारी लागत बढ़कर 406 करोड़ रुपये हो गई। इसमें इसॉप लाभ भी शामिल है, जबकि वित्त वर्ष 22 में यह लागत 42 करोड़ रुपये थी और इसॉप लाभ शून्य था। हालांकि विपणन लागत राजस्व के एक अंक के प्रतिशत पर बरकरार रही।
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एडटेक क्षेत्र की इस दिग्गज के सह-संस्थापक प्रतीक माहेश्वरी ने इस बार पर जोर दिया कि फिजिक्सवाला ने ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों ही श्रेणियों में खासा इजाफा किया है। छात्रों की संख्या के लिहाज से कंपनी की ऑनलाइन श्रेणी वित्त वर्ष 22 के 9,00,000 की तुलना में 2.5 गुना बढ़कर वित्त वर्ष 23 में 23.5 लाख हो गई, जबकि इसकी ऑफलाइन छात्र संख्या वित्त वर्ष 23 में 5.5 गुना बढ़कर 60,000 नामांकन तक पहुंच गई।
माहेश्वरी ने कहा ‘हमने यूपीएससी, वाणिज्य, गेट, सरकारी एक दिवसीय परीक्षा और कौशल जैसी अन्य श्रेणियों में खुद को शीर्ष कंपनी के रूप में स्थापित करते हुए एनईईटी/जेईई क्षेत्र में भी अपनी स्थिति मजबूत बनाए रखी है।’
कंपनी ने पिछले साल जून में वेस्टब्रिज कैपिटल और जीएसवी वेंचर्स से सीरीज ए फंडिंग में 10 करोड़ डॉलर जुटाकर अपना यूनिकॉर्न दर्जा हासिल किया था, जिससे उसका मूल्यांकन 1.1 अरब डॉलर हो गया था।
इस रकम का लगभग 40 प्रतिशत हिस्सा यानी तकरीबन चार करोड़ डॉलर खास तौर पर अधिग्रहण के लिए अलग रखा गया था। इसके बाद फिजिक्सवाला ने वित्त वर्ष 23 में आठ अधिग्रहण पूरे किए थे।