ऑनलाइन फार्मेसी कंपनी PharmEasy अपने मौजूदा शेयरधारकों को 90 प्रतिशत डिस्काउंट पर अतिरिक्त शेयर (राइट्स इश्यू) खरीदने का अवसर देकर 2,400 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रही है। इस पैसे से कंपनी को वित्तीय संस्थान गोल्डमैन सैक्स को अपना कर्ज चुकाने में मदद मिलेगी। इकॉनमिक टाइम्स में छपी खबर के मुताबिक, PharmEasy ने अपने निदेशक मंडल और निवेशकों को इस निर्णय के बारे में सूचित कर दिया है।
क्या है राइट्स इश्यू?
राइट्स इश्यू का मतलब है कि शेयरधारक अधिक शेयर खरीदकर कंपनी में अधिक स्वामित्व प्राप्त कर सकते हैं। PharmEasy की मूल कंपनी API होल्डिंग्स अपने मौजूदा शेयरधारकों को अतिरिक्त शेयर खरीदने का विशेष अवसर देना चाहती है। वे नए शेयर 5 रुपये प्रति शेयर की काफी कम कीमत पर बेचेंगे। इससे पहले, जब कंपनी वास्तव में अच्छा प्रदर्शन कर रही थी, तो उन्होंने 50 रुपये प्रति शेयर की ऊंची कीमत पर शेयर बेचे थे।
मणिपाल ग्रुप होगा मुख्य निवेशक
टीपीजी और टेमासेक राइट्स इश्यू के प्रभारी हैं और मणिपाल समूह के अध्यक्ष रंजन पई के कंपनी के बोर्ड में शामिल होने की उम्मीद है। मनीकंट्रोल की अन्य रिपोर्ट के अनुसार, मणिपाल ग्रुप (Manipal Group) मुख्य निवेशक होगा और कंपनी की 18% हिस्सेदारी के लिए लगभग 1,000 करोड़ निवेश करेगा। इसमें यह भी बताया गया है कि एपीआई होल्डिंग्स, जो PharmEasy की पैरेंट कंपनी है, उन्होंने ऋण चुकाने के वादे के रूप में अपनी स्वामित्व वाली एक अन्य कंपनी थायरोकेयर के शेयरों का इस्तेमाल किया।
PharmEasy पर करीब 2,400 करोड़ रुपये का कर्ज बकाया है।