भारत की दिग्गज ऑयल कंपनी इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (Indian Oil) ने आज यानी 31 मार्च को पैनासोनिक एनर्जी (Panasonic Energy) के साथ जॉइंट वेंचर शुरू करने का ऐलान किया है। कंपनी ने कहा कि वह पैनासोनिक एनर्जी के साथ मिलकर जॉइंट वेंचर (JV) के जरिये भारत में लिथियम ऑयन सेलों (lithium-ion cells ) की मैन्युफैक्चरिंग करेगी।
एक्सचेंजों को दी गई जानकारी में Indian Oil ने बताया कि क्लीन एनर्जी की बढ़ती मांग को देखते हुए कंपनी ने यह जॉइंट वेंचर किया है। भारतीय बाजार में दोपहिया (two wheelers) और तीन पहिया (three wheelers) वाहनों और एनर्जी स्टोरेज सिस्टम के लिए बैटरी की बढ़ती मांग की को देखते हुए कंपनी ने भारत में सिलिंड्रिकल लिथियम ऑयन सेल की मैन्युफैक्चरिंग का फैसला लिया है।
कंपनी ने कहा, भारत में स्वच्छ ऊर्जा (clean energy) में ट्रांजीशन को मजबूत बनाने के उद्देश्य से इंडियनऑयल और पैनासोनिक ग्रुप (Panasonic Group) की कंपनी पैनासोनिक एनर्जी कंपनी लिमिटेड (Panasonic Energy Co. Ltd) ने संयुक्त उद्यम (जॉइंट वेंचर) को लेकर एक फ्रेमवर्क तैयार करने के लिए बाइंडिंग टर्म शीट पर साइन किए हैं।
बता दें कि दोनों कंपनियों के बीच यह बातचीत जनवरी में ही शुरू हो गई थी और 21 जनवरी 2024 को दोनों कंपनियों ने हेड्स ऑफ एग्रीमेंट पर साइन कर दिया था।
लिथियम ऑयन बैटरी कई लिथियम सेलों से मिलकर बनी होती हैं। इसमें एनर्जी का उत्पादन करने के लिए इलेक्ट्रोड, कैथोड और एनोड होते हैं। ऑयन कैथोड और एनोड के बीच मूव करता है और उससे इलेक्ट्रिक करेंट पैदा होते हैं।
भारत का लक्ष्य 2070 तक ग्रीनहाउस गैसों के नेट शून्य उत्सर्जक (net zero emitter of greenhouse gases ) बनने का है। ऐसे में ये बैटरियां काफी मददगार साबित होंगी क्योंकि ये इलेक्ट्रिक वाहनों (EVs) में यूज की जाती है और एनर्जी स्टोरेज का भी काम करती हैं। Indian Oil ने कहा कि उसका लक्ष्य भी सरकार के इस टॉरगेट के अनुरूप है। कंपनी 2046 तक शुद्ध रूप से शून्य कार्बन उत्सर्जन हासिल करने करना चाहती है।
भारत का सालाना आर्थिक सर्वे (annual Economic Survey) में कहा गया है कि देश में 2030 तक 1 करोड़ से ज्यादा इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री होगी। इस लिहाज से आने वाले समय में लिथियम ऑयन बैटरी की मांग बढ़ने वाली है।
आज कंपनियों के बीच हुए सौदे का असर शेयरों पर भी देखने को मिल सकता है। NSE पर इंडियन ऑयल के शेयर इस सप्ताह के अंतिम कारोबारी दिन 1.08 फीसदी की बढ़त के साथ 168 रुपये पर बंद हुए थे। सोमवार यानी 1 अप्रैल 2024 को कंपनी के शेयरों में उछाल देखने को मिल सकता है।
NSE पर इसके शेयरों की परफॉर्मेंस की बात की जाए तो कंपनी ने एक साल में करीब 136 फीसदी का रिटर्न दिया है। वहीं 6 महीने में इसके शेयरों में करीब 95 फीसदी का उछाल आया है। कंपनी का मौजूदा बाजार मूल्याकन यानी मार्केट कैप (mcap) NSE पर 2.37 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा है।