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सैलानी बढ़े तो दुनिया पर छाने चलीं भारतीय होटल चेन, टाटा से लेकर ओबेरॉय तक कर रहे ग्लोबल विस्तार

टाटा समूह की इंडियन होटल्स कंपनी लिमिटेड ने दक्षिण अफ्रीका के क्रूगर नैशनल पार्क में तीन लक्जरी लॉज के साथ अपने प्रवेश की घोषणा की

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अक्षरा श्रीवास्तव   
Last Updated- June 04, 2025 | 11:15 PM IST

भारत के पर्यटक तो पहले ही विदेश घूम रहे थे, अब आतिथ्य यानी होटल क्षेत्र की भारतीय कंपनियां भी देश के बाहर जाने के लिए बेताब हो रही हैं। ये कंपनियां ब्रिटेन, पश्चिम एशिया ही नहीं अफ्रीकी महाद्वीप तक विस्तार करने की जुगत में हैं। टाटा समूह की इंडियन होटल्स कंपनी लिमिटेड (आईएचसीएल) देश की सबसे बड़ी होटल-रिजॉर्ट कंपनी है और उसने पिछले गुरुवार को ही क्रूगर नैशनल पार्क में तीन लक्जरी लॉज के साथ दक्षिण अफ्रीका में कदम रखने का ऐलान किया।

इंडियन होटल्स के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्य अधिकारी पुनीत छतवाल ने कहा, ‘चूंकि खास मकसद के साथ होने वाली यात्राओं की मांग बढ़ रही है, इसलिए ताज अलग-अलग पेशकश के साथ सफारी का बेमिसाल अनुभव दिला रहा है। पर्यटकों को प्रकृति के साथ जोड़ने की अपनी विरासत आगे बढ़ाने के लिए हम क्रूगर नैशनल पार्क में आए हैं।’

इस वित्त वर्ष में दो अंकों में वृद्धि की उम्मीद कर रही कंपनी साल में 30 होटल शुरू करने की योजना बना रही है। इनमें फ्रैंकफर्ट में 126 कमरों वाला होटल भी होगा, जो चौथी तिमाही तक खुल जाएगा। कंपनी कम पूंजी के साथ काम करने के मॉडल पर विदेश पहुंच रही है।

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दस परियोजनाएं चल रही हैं, जिनमें से बहरीन में दो अगले तीन साल में और सऊदी अरब में दो अगले तीन से चार साल में तैयार हो जाएंगी। अभी न्यूयॉर्क, ब्रिटेन और मालदीव में कंपनी की 28 प्रॉपर्टी हैं, जिनका पिछले वित्त वर्ष में कंपनी के राजस्व में करीब 20 फीसदी योगदान रहा। छतवाल ने कहा कि 2025 की शुरुआत से सैन फ्रांसिस्को वाली प्रॉपर्टी में वृद्धि लौट आई है और ज्यादा कमरे भरने लगे हैं।

उन्होंने कहा, ‘इस साल सैन फ्रांसिस्को हमें हैरत में डाल देगा। अप्रैल बहुत बढ़िया रहा मगर यह इस बात पर निर्भर करता है कि कितने अच्छे कार्यक्रम मिल पाते हैं। न्यूयॉर्क में भी हमारी कोशिश रंग लाने लगी है। पहली बार पीऐंडएल का एबिटा सकारात्मक रहा है और हमें लगता है कि यह सिलसिला चलता रहेगा।’

दिग्गज लक्जरी होटल श्रृंखला ओबेरॉय होटल्स ने भी बड़े पैमाने पर अंतरराष्ट्रीय विस्तार की योजना बनाई है। इसमें साल 2028 में सेंट्रल लंदन के मेफेयर में खुलने वाली 21 कमरों वाली ओबेरॉय ब्रांड की प्रॉपर्टी शामिल है। ओबेरॉय ब्रांड की विदेशी प्रॉपर्टी में 497 कमरे पहले से हैं और कंपनी 2028 तक 290 नए कमरे जोड़ना चाहती है। इनमें सात-सात कमरों वाले दो फ्लोटिंग बोट होटल और 25 कमरों वाला एक नाइल क्रूजर शामिल है। लंदन की प्रॉपर्टी ओबेरॉय की मूल कंपनी ईस्ट इंडिया होटल्स की मिलकियत होगी और बाकी होटल ठेके पर चलाए जाएंगे।

बेंगलूरु की रॉयल ऑर्किड होटल्स भी मालदीव और दक्षिण पूर्व एशिया के कुछ देशों में अपने पैर पसारने की कोशिश कर रही है। कंपनी श्रीलंका और नेपाल में अपनी मौजूदगी और बढ़ाने की भी सोच रही है। रॉयल ऑर्किड होटल्स के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक चंदर के बालजी ने बिज़नेस स्टैंडर्ड से कहा, ‘जहां हम पहले से हैं, वहां विस्तार कर रहे हैं। मगर मालदीव और पश्चिमी एशिया का रुख हम जरूर करना चाहते हैं। दक्षिण पूर्वी एशियाई देशों पर भी हम विचार करेंगे।’ समूह अपने रीजेंटा ब्रांड के होटल और रिजॉर्ट्स को विदेश में बढ़ा रहा है। ये जो चितवन नैशनल पार्क के पास रीजेंटा रिजॉर्ट ऐंड स्पा और सबरीना में रीजेंटा प्लेस की तर्ज पर ही हैं।

भारत में 1994 में स्थापित सरोवर होटल्स भी अपने अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क का और विस्तार करना चाह रही है। सरोवर होटल्स के चेयरमैन और लूव्र होटल्स इंडिया के निदेशक अजय बकाया ने बिज़नेस स्टैंडर्ड से कहा, ‘अफ्रीका के युगांडा में 85 कमरों वाला सरोवर पोर्टिको कंपाला और सोमालीलैंड में 121 कमरों वाला सरोवर प्रीमियर हरगीजा खुलने वाला है।’

कंपनी इन होटलों को चलाने का ठेका लदेगी। वह नेपाल में 304 कमरों वाला रॉयल ट्यूलिप काठमांडू और 22,000 वर्ग फुट का कन्वेंशन सेंटर खोलने की तैयारी में है। साथ ही चितवन नैशनल पार्क के पास रॉयल ट्यूलिप चितवन और लुम्बिनी में आने वाले तीर्थयात्रियों के लिए रॉयल ट्यूलिप भैरहवा भी खोला जाएगा। वीरगंज में पहले ही सरोवर पोर्टिको खुल चुका है।

बकाया ने कहा, ‘नेपाल भारत के करीब है, दोनों देशों की संस्कृति में मेलजोल है और वहां सैर-सपाटे तथा धार्मिक पर्यटन की मांग बढ़ रही है।’ इस बीच अफ्रीका में आर्थिक गतिविधियों में उछाल से भी यह श्रृंखला तेजी से बढ़ रही है। सरोवर नैरोबी में 108 कमरों वाला हेरॉन सरोवर पोर्टिको खोल ही चुकी है।

बकाया बताते हैं, ‘नैरोबी, कंपाला और हरगीजा जैसे शहरों में कारोबारी गतिविधियां बढ़ रही हैं मगर मझोले दर्जे के भरोसेमंद होटलों की कमी है। सरोवर अपने बेहतरीन ब्रांडों के साथ इस अंतर को पाटने की गुंजाइश देख रहा है।’

लक्जरी, बुटीक प्रीमियम, अपस्केल और मिडस्केल सहित विभिन्न श्रेणियों के छह ब्रांड चलाने वाली आईटीसी होटल्स ने पिछले साल अप्रैल में श्रीलंका में अपने पांव पसारे थे। आईटीसी रत्नदीप 352 कमरों वाली प्रॉपर्टी है, जिसमें रिटेल स्पेस और मकान भी हैं। दिसंबर तिमाही में इसका एबिटा सकारात्मक हो गया।

First Published : June 4, 2025 | 10:52 PM IST