पूरे निर्यात बाजार को कवर करने के लिए Nissan लेफ्ट-हैंड ड्राइव वाली मैग्नाइट कार विकसित करने की योजना बना रही है
Nissan वर्तमान में SAARC और दक्षिण अफ्रीका सहित लगभग 15 देशों को राइट-हैंड ड्राइव (दाहिने साइड में स्टीयरिंग वाले वाहन) मैग्नाइट का निर्यात करती है। Nissan Motor India के प्रबंध निदेशक (MD) राकेश श्रीवास्तव ने कहा कि कंपनी लेफ्ट-हैंड ड्राइव लाने की उम्मीद कर रही हैं ताकि पूरे वैश्विक बाजार में यह अपनी पहुंच बना सके और यह एक इसके लिए बड़ा अवसर है।
मैग्नाइट का निर्माण केवल भारत में चेन्नई फैक्टरी में किया जाता है। यहां हर महीने 4,000 से अधिक कारों का उत्पादन होता है और इसमें निर्यात भी शामिल है। आगे जाकर इसे किस हद तक बढ़ाया जाना है, यह कंपनी के बिजनेस प्लान पर निर्भर करेगा, और इसे अगले 6-8 महीनों में अंतिम रूप दिए जाने की उम्मीद है।
श्रीवास्तव ने कहा, ‘यह मेड इन इंडिया उत्पाद का एक बेहतरीन उदाहरण है जो दुनिया के लिए बनाया गया है।’
Nissan ने मैग्नाइट को दिसंबर 2020 में लॉन्च किया था और तब से अब तक लगभग 1,00,000 बुकिंग हो चुकी है। श्रीवास्तव ने कहा कि पहले महीने में ही कंपनी को 32,800 मैग्नाइट की बुकिंग मिल गई थी जिसे एक गेम चेंजर के रूप में भी देखा जा सकता है। लगभग 80 फीसदी मैग्नाइट कारें घरेलू बाजार में बिकती हैं, शेष निर्यात की जाती हैं।
पिछले महीने, Nissan-Renault वैश्विक गठबंधन ने भारत में 5,300 करोड़ रुपये के निवेश की योजना की घोषणा की थी, जिसका उद्देश्य कई उत्पादों में बढ़ोतरी करना था। श्रीवास्तव ने कहा कि मैग्नाइट के लिए बनाई गई योजना भी इसका एक हिस्सा हो सकती है।
गठबंधन के तहत Nissan दो C-segment SUV और एक इलेक्ट्रिक वाहन लाएगी। हालांकि, श्रीवास्तव ने कहा कि नए उत्पाद के विकास में लगभग 2-3 साल लग जाते हैं।
उन्होंने कहा कि इसके अलावा, कंपनी अपने वैश्विक एसयूवी की X-Trail और Qashqai को जल्द ही बाजार में उतारने वाली है।
X-Trail एक प्रीमियम SUV है, जो 5 और 7-सीटर में उपलब्ध है और टेस्टिंग सफलतापूर्वक समाप्त होने के बाद बाजार में पेश होने वाला यह पहला मॉडल होगा।
नए उत्पाद- C-segment SUV और इलेक्ट्रिक वाहन, भारत में निर्मित किए जाएंगे। फिलहाल मैग्नाइट के अलावा Sunny और Kicks का निर्माण भी चेन्नई की फैक्ट्री में होता है।