मुंबई की दवा कंपनी अल्केम लैबोरेटरीज ने उन दावों का खंडन किया जिसमें कहा गया था कि उसके उत्पाद पैन डी और क्लैवम 625 केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) की जांच में विफल रहे हैं। कंपनी ने बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) को नियामकीय फाइलिंग में यह जानकारी दी है।
कंपनी का खंडन सीडीएससीओ द्वारा इस साल अगस्त में पैन-डी और क्लैवम 625 के एक-एक बैच सहित 50 से अधिक दवाओं को मानक गुणवत्ता (एनएसक्यू) के अनुरूप नहीं पाए जाने के बाद आया है।
पैन-डी प्रिस्क्रिप्शन दवा है जो एसिड रिफ्लक्स, अपच और गैस की शिकायत होने पर मरीज को दी जाती है और क्लैवम 625 एक एंटीबायोटिक है, जो फेफड़ों, कान, नेजल साइनस, यूरिनरी ट्रैक्ट, त्वचा और सॉफ्ट टिश्यू के जीवाणु संक्रमण के उपचार के लिए किया जाता है।
आंतरिक जांच के आधार पर कंपनी ने कहा कि केंद्रीय औषधि नियामक ने जांचे के लिए जो नमूने लिए थे वे नकली थे और हमारा द्वारा निर्मित नहीं थे। इस खंडन के साथ अहमदाबाद की टॉरंट फार्मा के बाद अल्केम दूसरी ऐसी कंपनी बन गई है जिसने सीडीएससीओ द्वारा परीक्षण किए गए नमूनों को नकली बताते हुए अपनी दवाओं के गुणवत्ता परीक्षण में विफल होने के दावों का खंडन किया।
टॉरंट के शेल्कैल 500 टैबलेट का एक बैच भी शीर्ष दवा नियामक की मासिक रिपोर्ट में एनएसक्यू मिला था। यह दवा मरीजों को विटामिन डी और कैल्शियम की कमी दूर करने के लिए दी जाती है।
कंपनी ने अपनी नियामकीय फाइलिंग में कहा है, ‘अल्केम ने सीडीएससीओ द्वारा एकत्र किए गए नमूनों की अल्केम द्वारा निर्मित दोनों उत्पादों के वास्तविक बैचों के साथ तुलना करके गहन जांच की और पाया कि सीडीएससीओ के नमूने नकली थे और अल्केम द्वारा निर्मित नहीं थे।’
कंपनी ने मूल्यांकन रिपोर्ट के साथ सीडीएससीओ को एक जवाब भी भेजा है, जिसमें पुष्टि की गई है कि सीडीएससीओ द्वारा एकत्र किए गए नमूने नकली हैं और अल्केम द्वारा निर्मित नहीं हैं।