सुपर स्पेशियलिटी डायग्नोस्टिक्स श्रृंखला न्यूबर्ग डायग्नोस्टिक्स ने कोटक फंड से 940 करोड़ रुपये जुटाए हैं। कंपनी इस रकम का इस्तेमाल देश भर में अपने कारोबार के विस्तार में करेगी। यह देश के डायग्नोस्टिक्स क्षेत्र में जुटाई गई अब तक की सबसे बड़ी प्राथमिक रकम है। जीएसके वेलु द्वारा प्रवर्तित न्यूबर्ग डायग्नोस्टिक्स ने अपने आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) से पहले यह रकम जुटाई है। इससे उसकी विलय-अधिग्रहण क्षमता मजबूत होगी। कंपनी पर्सनलाइज्ड मेडिसिन, इंटीग्रेटेड डायग्नोस्टिक्स आदि क्षेत्रों में विस्तार की संभावनाएं भी तलाश रही है।
चर्चा है कि 6,000 से 7,000 करोड़ रुपये के मूल्यांकन पर न्यूबर्ग में करीब 15 फीसदी हिस्सेदारी की बिक्री के लिए दो संभावित खरीदारों के साथ बातचीत चल रही थी। मगर कंपनी ने न्यूबर्ग डायग्नोस्टिक्स की मौजूदा शेयरधारिता सहित सौदे के बारे में कोई जानकारी नहीं दी है। यह निवेश कोटक स्ट्रैटजिक टेजिक सिचुएशंस इंडिया फंड 2 द्वारा किया गया है जिसका प्रबंधन कोटक अल्टरनेट ऐसेट मैनेजर्स (कोटक ऑल्ट) द्वारा किया जाता है। कोटक ऑल्ट से रकम जुटाने के लिए ओ3 कैपिटल ने न्यूबर्ग डायग्नोस्टिक्स के लिए विशेष वित्तीय सलाहकार के रूप में काम किया।
दिलचस्प है कि भारत की सबसे बड़ी डायग्नोस्टिक श्रृंखला डॉ. लाल पैथलैब्स ने अपने आईपीओ के जरिये 638 करोड़ रुपये जुटाए थे। तीसरी सबसे बड़ी श्रृंखला मेट्रोपोलिस हेल्थकेयर ने 1,204 करोड़ रुपये और थायरोकेयर टेक्नोलॉजिज ने 1,204 करोड़ रुपये जुटाए थे।
न्यूबर्ग डायग्नोस्टिक्स के संस्थापक एवं प्रबंध निदेशक वेलु ने कहा, ‘न्यूबर्ग डायग्नोस्टिक्स ने कोटक ऑल्ट से निवेश हासिल किया है। यह भारतीय मूल की एक सबसे बड़ी डायग्नोस्टिक्स श्रृंखला बनने की राह में एक महत्त्वपूर्ण पड़ाव है। इससे हमें पर्सनलाइज्ड मेडिसिन, इंटीग्रेटेड डायग्नोस्टिक्स जैसे क्षेत्रों में क्षमता विस्तार करने में मदद मिलेगी।’
कोटल ऑल्ट के पार्टनर राहुल शाह ने कहा, ‘हम न्यूबर्ग डायग्नोस्टिक्स के साथ इस साझेदारी से काफी उत्साहित हैं क्योंकि वह भारत में डायग्नोस्टिक्स क्षेत्र की तस्वीर बदलने के लिए काम कर रही है। इस निवेश से न्यूबर्ग के दृष्टिकोण एवं संभावनाओं में हमारे भरोसे की झलक मिलती है।’न्यूबर्ग डायग्नोस्टिक्स की स्थापना 2017 में हुई थी और वह अपने क्षेत्र की अग्रणी कंपनी के तौर पर उभर रही है। वह भारतीय मूल की शीर्ष चार डायग्नोस्टिक्स कंपनियों में शामिल है। उसका देश के 250 शहरों में 10,000 से अधिक टच पॉइंट और 250 से अधिक लैब्स का एक व्यापक नेटवर्क है।
चर्चा है कि वेलू ने कहा था कि कंपनी ने मार्च 2024 को समाप्त वित्त वर्ष में करीब 1,000 करोड़ रुपये जुटाए थे। बीएस रिसर्च ब्यूरो द्वारा संकलित आंकड़ों से पता चलता है कि उसकी आय 551 करोड़ रुपये थी और वित्त वर्ष 2023 में उसे 44 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था। वित्त वर्ष 2022 में उसने 111 करोड़ रुपये की आय पर 25 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया था।
न्यूबर्ग भारत की शीर्ष दो जीनोमिक्स कंपनियों में शामिल है। वह नवजात स्क्रीनिंग एवं प्रजनन जीनोमिक्स संबंधी जांच में अग्रणी है। हाल में न्यूबर्ग ने कई अधिग्रहण किए हैं। इनमें बेंगलूरु की आनंद डायग्नोस्टिक्स, अहमदाबाद की सुप्राटेक माइक्रोपैथ, पुणे की एजी डायग्नोस्टिक्स और चेन्नई की एर्लिच लैब आदि शामिल हैं।