प्रमुख प्रौद्योगिकी कंपनी माइक्रोसॉफ्ट ने देश में स्टार्टअप परिवेश की मदद करने की अपनी कोशिश के तहत एक नई पहल शुरू की है जो स्टार्टअप को कृत्रिम बुद्धमत्ता (एआई) का लाभ उठाने में मदद करेगा। माइक्रोसॉफ्ट एआई इनोवेट 10 सप्ताह की एक पहल है जो भारत में स्टार्टअप को एआई प्रौद्योगिकी का लाभ उठाने, परिचालन का दायरा बढ़ाने, नवाचार को रफ्तार देने और औद्योगिक विशेषज्ञता हासिल करने में मदद करेगी।
कंपनी ने कहा है कि विभिन्न उद्योग के बी2बी और बी2सी दोनों श्रेणियों के स्टार्टअप इस पहल का लाभ उठा सकते हैं। इनमें वित्तीय सेवा, स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा, कृषि, अंतरिक्ष, विनिर्माण, लॉजिस्टिक, खुदरा एवं ई-कॉमर्स शामिल हैं। इसके तहत स्टार्टअप को त्रैमासिक समूहों में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया है। टीआईई मुंबई द्वारा समर्थित समूह नवंबर 2021 में अपनी शुरुआत करेगा।
माइक्रोसॉफ्ट इंडिया के अध्यक्ष अनंत माहेश्वरी ने माइक्रोसॉफ्ट के एक कार्यक्रम में नेक्सस वेंचर पार्टनर्स के सह-संस्थापक संदीप सिंघल के साथ फायरसाइड चैट के दौरान कहा, ‘एआई डिजिटल परिवर्तन के केंद्र की ओर तेजी से बढ़ रही है और माइक्रोसॉफ्ट एआई के जरिये कंपनियों को बदलाव करने में मदद के लिए काफी निवेश किया है। विशेष तौर पर स्टार्टअप हम सब के लिए भविष्य के संकेत देने वाले हैं। एआई और एमएल (मशीन लर्निंग) प्रौद्योगिकी वास्तव में उथल-पुथल मचा देने वाले मॉडल तैयार करने में मदद कर सकती है।’ दुनिया में स्टार्टअप के लिए तीसरे सबसे बड़े परिवेश के साथ भारत ने उभरते कारोबारियों के लिए उद्योगों के नवाचार में तेजी लाने के अवसर सृजित किए हैं। माहेश्वरी ने कहा कि भारत में भारत में तीसरा सबसे बड़ा एआई स्टार्टअप परिवेश है। एआई को अपनाने से 2025 तक भारतीय अर्थव्यवस्था में 90 अरब डॉलर से अधिक रकम जुड़ सकती है।