अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने शॉर्ट वीडियो ऐप टिकटॉक के अधिग्रहण संबंधी सौदे पर बातचीत करने के लिए माइक्रोसॉफ्ट कॉर्प को 45 दिन का समय दिया है। इस मामले से संबंधित तीन सूत्रों ने रविवार को यह जानकारी दी।
यह कदम ट्रंप प्रशासन के एक दूसरे चेहरे को इंगित करता है तथा इसने तकनीकी क्षेत्र की दिग्गज कंपनी माइक्रोसॉफ्ट को सोशल मीडिया ब्लॉकबस्टर ऐप टिकटॉक के अधिग्रहण में अपनी रूचि सार्वजनिक करने के लिए प्रेरित किया। हालांकि इस घोषणा से अमेरिकी-चीन संबंधों में और कड़वाहट आ सकती है।
ट्रंप ने शुक्रवार को कहा कि वह इस चिंता के बीच टिकटॉक पर प्रतिबंध लगाने की योजना बना रहे थे कि इसके चीनी स्वामित्व के चलते व्यक्तिगत डेटा को लेकर राष्ट्रीय सुरक्षा जोखिम बना हुआ है। 10 करोड़ अमेरिकी उपयोगकर्ताओं का दावा करने वाली टिकटॉक का प्रस्तावित अधिग्रहण माइक्रोसॉफ्ट को फेसबुक इंक और स्नैप इंक जैसे सोशल मीडिया दिग्गजों के बीच खड़े होने का एक दुर्लभ अवसर प्रदान करेगा। पेशेवर सोशल मीडिया नेटवर्क लिंक्डइन भी माइक्रोसॉफ्ट का ही है।
ट्रंप ने शुक्रवार को माइक्रोसॉफ्ट-टिकटॉक डील के विचार को खारिज कर दिया था। ट्रंप तथा माइक्रोसॉफ्ट के मुख्य कार्याधिकारी सत्या नडेला के बीच हुई बातचीत के बाद, वाशिंगटन स्थित कंपनी रेडवुड ने रविवार को एक बयान में कहा कि वह बाइटडांस से टिकटोक का अधिग्रहण करने के लिए बातचीत जारी रखेगी और कंपनी का 15 सितंबर तक किसी नतीजे पर पहुंचने का लक्ष्य है।
प्रस्तावित सौदे के तहत, माइक्रोसॉफ्ट का कहना है कि वह अमेरिका, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में टिकटॉक के संचालन को संभालेगी। कंपनी ने कहा कि यह कदम सुनिश्चित करेगा कि टिकटॉक के अमेरिकी उपयोगकर्ताओं के सभी निजी डेटा को अमेरिका में ही स्थानांतरित कर दिया जाए। कंपनी ने कहा कि माइक्रोसॉफ्ट टिकटॉक में छोटी शेयरधारिता के लिए दूसरे अमेरिकी निवेशकों को आमंत्रित कर सकती है। यह स्पष्ट नहीं है कि माइक्रोसॉफ्ट इस सौदे के लिए टिकटॉक को लगभग कितना भुगतान करेगी।
