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मारुति सुजुकी इंडिया (एमएसआई) के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) हिसाशी ताकेउची ने मंगलवार को कहा कि कंपनी 2030 तक अपने विदेशी निर्यात में उल्लेखनीय वृद्धि की उम्मीद कर रही है।
उद्योग निकाय सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (सियाम) के 64वें वार्षिक सत्र में उन्होंने कहा कि आने वाले वर्षों में कंपनी के निर्यात में ‘‘कई गुना वृद्धि’’ देखने को मिलेगी। ताकेउची ने कहा, ‘‘ ऐसी कोई वजह मौजूद नहीं है कि भारत को वैश्विक व्यापार में बड़ी हिस्सेदारी हासिल करने का लक्ष्य नहीं रखना चाहिए। मारुति सुजुकी के रूप में, मैं आपको बता सकता हूं कि हम प्रतिशत वृद्धि के बारे में बात नहीं कर रहे हैं, बल्कि वृद्धि को कई गुना करने के संदर्भ में बात कर रहे हैं। इसलिए, आज भारत से हमारा निर्यात चार साल पहले की तुलना में तीन गुना है। इतना ही नहीं, आज से करीब छह साल बाद हमारा निर्यात आज की तुलना में तीन गुना हो जाएगा।”
उन्होंने कहा कि कंपनी पहले से ही कुछ वाहनों को जापान को निर्यात कर रही है। मारुति सुजुकी ने पिछले महीने जापान को अपने स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हीकल (एसयूवी) फ्रॉन्क्स का निर्यात शुरू किया है। गुजरात के पिपावाव बंदरगाह से 1,600 से अधिक वाहनों की पहली खेप जापान के लिए रवाना हुई। फ्रॉन्क्स जापान में पेश होने वाली कंपनी की पहली एसयूवी है। गहन स्थानीयकरण का समर्थन करते हुए उन्होंने विभिन्न महत्वपूर्ण कलपुर्जों के आयात पर निर्भरता कम करने पर भी जोर दिया।