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Larsen & Toubro कर रही 18,000 करोड़ रुपये का लोन कम करने की तैयारी

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विवेट सुजन पिंटो
Last Updated- December 20, 2022 | 11:41 PM IST

इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट प्रोजेक्ट्स (IDPL) के विनिवेश के बाद इंजीनियरिंग क्षेत्र की दिग्गज कंपनी लार्सन ऐंड टुब्रो (Larsen & Toubro) पंजाब में नाभा पावर (Nabha Power) संभावित खरीदारों को बेचने के साथ-साथ हैदराबाद मेट्रो (Hyderabad Metro) में अपनी हिस्सेदारी 26 प्रतिशत कम करने पर विचार कर रही है। नाभा पावर और हैदराबाद मेट्रो दोनों ही एलऐंडटी की सहायक कंपनियां हैं।

फर्मों के बहीखातों पर 18,000 करोड़ रुपये का कर्ज कम करना उद्देश्य

L&T के पूर्णकालिक निदेशक और वरिष्ठ कार्यकारी उपाध्यक्ष (विकास परियोजनाएं) डीके सेन ने कहा कि इसका उद्देश्य इन फर्मों के बहीखातों पर 18,000 करोड़ का कर्ज कम करना है।

कंपनी की कार्ययोजना ‘लक्ष्य 2026’ में कम स्तर वाले उन कारोबारों की पहचान की गई थी, जिन्हें कंपनी को छोड़ने की जरूरत थी तथा आधुनिक तकनीक विनिर्माण, निर्माण और हरित ऊर्जा परियोजनाओं (Green energy projects) पर अपना ध्यान केंद्रित करने तथा सूचना प्रौद्योगिकी (IT), डिजिटल सेवाओं (Digital Services) और डेटा सेंटर (Data Centre) क्षेत्र में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने का सुझाव दिया था।

Nabha Power और Hyderabad Metro में हिस्सेदारी कम करने पर विचार

सेन ने कहा ‘IDPL इसकी लक्ष्य 2026 योजना के तहत L&T द्वारा विनिवेश के लिए पहचानी गई गैर-प्रमुख परिसंपत्तियों में से एक थी। यह आखिरकार एडलवाइस अल्टरनेटिव्स ( Edelweiss Alternatives) द्वारा IDPL के अधिग्रहण से हुआ है। अगले चरण में हम अपना ध्यान पंजाब में नाभा पावर (Nabha Power) बेचने और हैदराबाद मेट्रो (Hyderabad Metro) में अपनी हिस्सेदारी घटाने पर केंद्रित करेंगे। इसके लिए हम विभिन्न प्रस्तावों पर काम कर रहे हैं, जिन्हें हम अगले साल के मध्य तक अंतिम रूप देने की उम्मीद कर रहे हैं।’

कंपनी के अधिकारियों के मुताबिक L&T की सहायक कंपनी नाभा पावर पर 31 मार्च, 2022 तक 5,341 करोड़ रुपये का कर्ज था। L&T की ही एक अन्य सहायक कंपनी हैदराबाद मेट्रो पर भी करीब 13,000 करोड़ रुपये का कर्ज है।

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L&T कुछ कर्ज को इक्विटी में तब्दील करने पर कर रही विचार

L&T को उम्मीद है कि हैदराबाद मेट्रो के मामले में निकट भविष्य में कर्ज का स्तर घटकर करीब 8,000 करोड़ रुपये हो जाएगा। इसके लिए मेट्रो परियोजना के ही भूखंडों के मुद्रीकरण की योजना है। सेन का कहना है कि तेलंगाना सरकार ने भी 3,000 करोड़ का कर्ज मंजूर किया है, जो कंपनी को किश्तों में दिया जाएगा। सेन के अनुसार नाभा पावर के संबंध में L&T संपूर्ण बिक्री के लिए थर्मल पावर परिसंपत्तियों के संभावित खरीदारों से बात कर रही है। कंपनी अपना कुछ कर्ज इक्विटी में तब्दील करने पर भी विचार कर सकती है।

First Published : December 20, 2022 | 6:51 PM IST