प्रमुख इस्पात निर्माता कंपनी जिंदल स्टेनलेस लिमिटेड ने अपनी निर्माण क्षमता में विस्तार के लिए 6000 करोड़ रुपये के निवेश की योजना बनाई है।
उड़ीसा के जाजपुर में इसके स्टेनलेस इस्पात संयंत्र के दूसरे चरण के निर्माण पर यह भारी-भरकम राशि खर्च की जाएगी।
जिंदल स्टेनलेस के उपाध्यक्ष और प्रबंध निदेशक रतन जिंदल ने यहां बताया, ‘हम उड़ीसा के जाजपुर में प्रति वर्ष 8 लाख टन क्षमता वाले दूसरे चरण के निर्माण पर लगभग 5600 करोड़ रुपये खर्च करेंगे। यह संयंत्र 2012 तक शुरू हो जाएगा। ‘
इस परियोजना के लिए कंपनी भारतीय और विदेशी बैंकों से 3200 करोड़ रुपये का ऋण लेगी जबकि 1000 करोड़ रुपये विदेशी वाणिज्यिक ऋण (ईसीबी)के जरिये एकत्रित किए जाएंगे। 1200 करोड़ रुपये की राशि आंतरिक स्रोतों से जुटाई जाएगी।
कंपनी जाजपुर में 8 लाख टन क्षमता के पहले चरण के क्रियान्वयन पर 2250 करोड़ रुपये पहले ही खर्च कर चुकी है। हरियाणा में हिसार स्थित कंपनी के संयंत्र के विस्तार के लिए 400 करोड़ रुपये की जरूरत पड़ेगी।
जिंदल ने कहा, ‘हिसार स्थित संयंत्र की मौजूदा क्षमता 2.25 लाख टन को इस वर्ष के अंत तक बढ़ा कर लगभग 4 लाख टन कर दिया जाएगा।’
उन्होंने कहा कि हिसार संयंत्र में निवेश के लिए आंतरिक स्रोतों से कोष जुटाया जाएगा। उड़ीसा में दो चरणों में प्रति 8 लाख टन की क्षमता से लैस होने के बाद इस कंपनी की कुल क्षमता वर्ष 2012 तक 25 लाख हो जाएगी।
इसी के साथ यह कंपनी विश्व में सबसे बड़ी समेकित स्टेनलेस स्टील निर्माता बन जाएगी। कंपनी अपनी वियतनाम स्थित फेरो-क्रोम यूनिट की क्षमता भी बढ़ाएगी।
इस यूनिट की मौजूदा 60 हजार टन क्षमता को बढ़ा कर दो लाख टन किया जाएगा।