जेट एयरवेज अमेरिका जाने वाली अपनी उड़ानों के लिए यूरोप में अपने लिए दूसरा केन्द्र तलाश रही है। इस काम के लिए पेरिस, मयुनिक और मिलान के बारे में विचार किया जा रहा है।
नई दिल्ली में उड़ान पर हुए एक सम्मेलन के दौरान जेट एयरवेज की कार्यकारी निदेशक सरोज दत्ता ने बिजनेस स्टैंडर्ड का बताया, ‘हम दूसरे केन्द्र के बारे में अंतिम निर्णय से पहले इन तीनों स्थानों पर उड़ानों के ट्रेफिक की स्थिति का जायजा लेने वाले हैं।’
अभी ब्रसल्स (बेल्जियम) को मुख्य केन्द्र की तरह इस्तेमाल किया जा रहा है। कंपनी शंघाई में भी अपना केन्द्र स्थापित करने की योजना भी बना रही है।
उम्मीद है कि इस मामले पर अगले सप्ताह में चीन के अधिकारियों से बातचीज शुरू हो जाएगी।
इसका कंपनी को बेहद फायदा होगा। पश्चिमी देशों को जाने वाली उड़ानें सिंगापुर या हान्ग कान्ग से न होते हुए वाया शंघाई जाएंगी, जिससे उड़ान के समय में दो से तीन घंटे कम लगेंगे।
सरोज दत्ता ने यह भी बताया कि विमान में इस्तेमाल होने वाले ईंधन (एटीएफ) की उच्च कीमतों की वजह से विमानन उद्योग घरेलू रूटों पर प्रति यात्री लगभग 800 रुपये का नुकसान झेल रही है।
जेट अकेली ऐसी कंपनी नहीं है जो यूरोप में केन्द्र स्थापित करना चाहती है। उम्मीद है कि एयर-इंडिया भी वियना और म्युनिक में अपने केन्द्र बनाने पर अंतिम निर्णय ले लेगी।