facebookmetapixel
Investment Picks: 1 महीने में मिल सकता है 18% तक का रिटर्न, ब्रोकरेज ने बताए BUY रेंज और टारगेट्सखुलने से पहले ही ग्रे मार्केट में दहाड़ रहा ये IPO, 3 दिसंबर से हो रहा ओपन; चेक करें डिटेल्सGodrej Properties ने हैदराबाद में खरीदी 5 एकड़ जमीन, डेवलप करेगी ₹4,150 करोड़ का लग्जरी हाउसिंग प्रोजेक्टमसाला बॉन्ड मामला: ED ने केरल CM विजयन और पूर्व मंत्री इसाक को भेजा ₹466 करोड़ का कारण बताओ नोटिसMeesho IPO vs Vidya Wires IPO vs Aequs IPO: 3 दिसंबर से लगा सकेंगे बोली, ग्रे मार्केट में कौन मार रहा बाजी ?नवंबर में भारत का मैन्युफैक्चरिंग PMI फिसलकर 56.6 पर, US टैरिफ का दिखा असरकमर्शियल LPG सिलेंडर की कीमतें घटीं, दिसंबर से ₹10 सस्ता; जेट ईंधन हुआ महंगाGold and Silver price today: चांदी ऑल टाइम हाई पर, सोना फिर 1.30 लाख रुपये के पारमिड–स्मॉल कैप या लार्ज कैप? एक्सपर्ट्स ने बताया ‘सेंटा रैली’ के दौरान कहां लगाएं पैसाभारत को चाहिए ‘ग्रीन फाइनेंस इंस्टिट्यूशन’, CII ने बजट से पहले रखी बड़ी मांग

लगातार बढ़ रही AI की मांग, केवल भारत में 45,000 से ज्यादा नौकरियां: टीमलीज

Last Updated- March 20, 2023 | 6:38 PM IST
Artificial Intelligence

दुनियाभर के करीब सभी उद्योगों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की मांग लगातार बढ़ती जा रही है, और यह क्षेत्र इन दिनों काफी चर्चा में भी है। हालिया रिपोर्ट के मुताबिक, फरवरी 2023 तक सिर्फ भारत में ही 45,000 AI जॉब के लिए वैकेंसी थी। इन ओपेनिंग्स में डेटा साइंटिस्ट और एमएल इंजीनियर्स सबसे अधिक मांग वाले करियर में से एक थे।

टीमलीज द्वारा AI पर तैयार की गई एक रिपोर्ट, ‘Initiative for Critical and Emerging Technologies (iCET) – Forces Shaping Future of Technology’ के मुताबिक, ML के लिए आवेदनों में भारी मात्रा में इजाफा होने लगा और ऐसे में लैंग्वेज स्क्रिप्टिंग के लिए AI प्रोफेशनल्स की मांग काफी तेज होने लगी। इसके साथ ही AI में करियर डेवलप करने के लिए पारंपरिक ML मॉडल्स की स्किल को विकसित करना सबसे अधिक जरूरी हो गया है।

सबसे अच्छी बात फ्रेशर्स के लिए है जिनको AI में विशेष नॉलेज है या जिन्होंने AI में सर्टिफाइड कोर्स किया है, और इन लोगों की स्टार्टिंग सैलरी भी 10 लाख से 14 लाख रुपये के बीच है।

टीमलीज डिजिटल के मुख्य कार्याधिकारी (सीईओ) Sunil Chemmankotil ने कहा कि AI में क्रांति का यह दौर जॉब मार्केट में भी बदलाव ला रहा है। इस क्षेत्र को उन प्रोफेशनल्स की जरूरत है जो AI टेक्नोलॉजी को डिजाइन, विकसित और कार्यान्वित कर सकते हैं।

उन्होंने कहा कि अच्छी बात यह है कि भारत सरकार iCET के माध्यम से द्विपक्षीय रणनीतिक साझेदारी में प्रवेश करके और उत्कृष्टता केंद्र और प्रशिक्षण पहल (excellence and training initiatives) स्थापित करके इस चुनौती का समाधान करने के लिए सक्रिय कदम उठा रही है।

यह रिपोर्ट AI के क्षेत्र में विकास के साथ-साथ नौकरी के अवसरों की तलाश करके अमेरिका और भारत के बीच हाल ही में संपन्न iCET साझेदारी के बाद आई है। iCET की स्थापना दोनों देशों के बीच रणनीतिक प्रौद्योगिकी साझेदारी (strategic technology partnerships) को बढ़ावा देने और विस्तार करने और एआई, क्वांटम टेक्नोलॉजीज, एडवांस्ड वायरलेस आदि जैसे कई तकनीकी क्षेत्रों में सहयोग करने के लिए की गई थी।

टीमलीज डिजिटल के मुख्य व्यवसाय अधिकारी, शिव प्रसाद नंदूरी ने कहा कि आज के तेजी से विकसित हो रहे जॉब मार्केट में, AI स्किल डेवलप करने से करियर में तो बढ़ोतरी हो ही रही है, साथ ही रोजगार भी बढ़ रहा है। ऑटोमेशन और AI उद्योगों के सभी क्षेत्रों में बदलाव ला रहे हैं ऐसे में AI और इसके अनुप्रयोगों की बुनियादी समझ होने से व्यक्तियों को जॉब मार्केट में और लोगों की अपेक्षा प्रतिस्पर्धा में बढ़त मिल सकती है।

नंदूरी ने आगे कहा कि AI स्किल विकसित करने से बेहतर सैलरी वाली नौकरी मिल सकती है और व्यक्तियों को लगातार बदलते नौकरी परिदृश्य में प्रासंगिक और अनुकूल रहने में मदद मिल सकती है। उन्होंने कहा, ‘स्किल में सुधार शुरू करने में कभी देर नहीं होती है, और AI स्किल डेवलप करना व्यक्तियों और उनके करियर के लिए लंबे समय वाला लाभ प्रदान कर सकता है।’

टीमलीज डिजिटल द्वारा किए गए एक सर्वेक्षण के अनुसार, 37 फीसदी संगठन अपने उन कर्मचारियों को ज्यादा पसंद करता है जिन्हें AI के बारे में नॉलेज है और 30 फीसदी संगठनों ने कहा कि AI सीखने से छिपी प्रतिभाओं को निखारा किया जा सकेगा और इसकी आवश्यकता है। 56 फीसदी संगठनों ने बताया कि AI मांग-आपूर्ति प्रतिभा अंतर (demand-supply talent gap) को भरने के लिए आवश्यक पहल की जा रही है।

First Published - March 20, 2023 | 6:38 PM IST

संबंधित पोस्ट