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TCS Q2 Results: टाटा ग्रुप की कंपनी का लाभ 5% बढ़ा, भू-राजनीतिक अनिश्चितता के कारण प्रदर्शन पर पड़ा असर

टीसीएस के मुख्य कार्याधिकारी एवं प्रबंध निदेशक के कृत्तिवासन ने कहा, ‘पिछली कुछ तिमाहियों से हम सतर्क रुख देख रहे हैं और इस तिमाही में भी यह जारी रहा।’

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शिवानी शिंदे   
Last Updated- October 10, 2024 | 11:06 PM IST

ग्राहकों द्वारा गैर-जरूरी खर्च में कमी किए जाने और भू-राजनीतिक अनिश्चितता के कारण चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) में देश की सबसे बड़ी आईटी सेवा प्रदाता कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) के प्रदर्शन पर असर पड़ा है।

वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही में टीसीएस का शुद्ध मुनाफा पिछले वित्त वर्ष समान तिमाही के 11,342 करोड़ रुपये से 5 फीसदी बढ़कर 11,909 करोड़ रुपये रहा। पहली तिमाही की तुलना में कंपनी का मुनाफा 1.08 फीसदी घटा है। वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही में कंपनी की आय पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही की तुलना में 7.6 फीसदी बढ़कर 64,259 करोड़ रुपये रही। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही की तुलना में कंपनी की आय 2.62 फीसदी बढ़ी है।

कंपनी की आय ब्लूमबर्ग के अनुमान से बेहतर रही है मगर शुद्ध मुनाफा अनुमान से कम रहा। ब्लूमबर्ग ने टीसीएस की आय 64,177 करोड़ रुपये और शुद्ध मुनाफा 12,547 करोड़ रुपये रहने का अनुमान लगाया था।

वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही में टीसीएस की ऑर्डर बुक कुल अनुबंध मूल्य (टीसीवी) बढ़कर 8.6 अरब डॉलर पहुंच गई जो पहली तिमाही में 8.3 अरब डॉलर थी। उत्तर अमेरिका से 4.2 अरब डॉलर का ठेका मिला, वहीं बीएफएसआई क्षेत्र में 2.9 अरब डॉलर और कंज्यूमर कारोबार में 1.2 अरब डॉलर का टीसीवी हासिल हुई।

टीसीएस के मुख्य कार्याधिकारी एवं प्रबंध निदेशक के कृत्तिवासन ने कहा, ‘पिछली कुछ तिमाहियों से हम सतर्क रुख देख रहे हैं और इस तिमाही में भी यह जारी रहा।’

विश्लेषकों के साथ बातचीत करते हुए कृत्तिवासन ने कहा कि कंपनी लागत कम करने, आपूर्तिकर्ताओं के एकीकरण, ग्राहक अनुभव में बदलाव लाने और आपूर्ति श्रृंखला को आधुनिक बनाने पर कंपनी ध्यान देना जारी रखेगी। प्रबंधन ने कहा कि भू-राजनीतिक अनिश्चितता के बावजूद टीसीएस के सबसे बड़े सेगमेंट बीएफएसआई में सुधार के संकेत दिखे हैं।

टीसीएस के दूसरी तिमाही के नतीजे पहली तिमाही की तरह ही रहे हैं, जहां क्षेत्रीय बाजारों में कारोबार बढ़ा है मगर अमेरिका और यूरोप जैसे बड़े बाजारों में नरमी बनी हुई है। भारत में कंपनी का कारोबार पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 95.2 फीसदी बढ़ा है। भारत में बीएसएनएल सौदे की वजह से कंपनी की आय बढ़ी है। पश्चिम एशिया और अफ्रीका में 7.9 फीसदी, एशिया प्रशांत में 7.5 फीसदी तथा लैटिन अमेरिका में 6.8 फीसदी की वृद्धि देखी गई।

मगर चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में उत्तर अमेरिका में कंपनी की आय पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 2.1 फीसदी घटी है। यूरोप, ब्रिटेन में कारोबार में 4.6 फीसदी और महाद्वीपीय यूरोप में 1.8 फीसदी का इजाफा हुआ है।

शेयरखान बाय बीएनपी पारिबा के शोध प्रमुख संजीव होता ने कहा, ‘टीसीएस का प्रदर्शन कमजोर रहा है और आय तथा मार्जिन दोनों में उसका प्रदर्शन अनुमान से कम रहा। इसके साथ ही 8.6 अरब डॉलर का टीसीवी भी हमारे अनुमान से कम रहा। बीएफएसआई सेगमेंट 1.9 फीसदी बढ़ा है, जो कंपनी की औसत वृद्धि से अधिक है।’

विभिन्न सेगमेंट की बात करें तो विनिर्माण में 5.3 फीसदी, ऊर्जा, संसाधन और यूटिलिटी में 7 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। बीएफएसआई सेगमेंट का कारोबार महज 0.1 फीसदी बढ़ा है। सितंबर तिमाही के दौरान टीसीएस ने 5,762 कर्मचारियों को अपने साथ जोड़ा है। चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में टीसीएस ने कुल 11,000 कर्मचारी नियुक्त किए हैं।

टीसीएस के मुख्य मानव संसाधन अधिकारी मिलिंद लक्कड़ ने कहा, ‘साल की पहली छमाही में हमने 11,000 कर्मचारियों को अपने साथ जोड़ा है और प्रशिक्षुओं को शामिल करने की दिशा में हम योजना के अनुसार आगे बढ़ रहे हैं। वित्त वर्ष 2026 के लिए हमने कैंपस भर्तियों की प्रक्रिया शुरू कर दी है।’दूसरी तिमाही में टीसीएस का परिचालन मार्जिन 24.1 फीसदी रहा।

First Published : October 10, 2024 | 10:56 PM IST