प्रतीकात्मक तस्वीर
दक्षिण अफ्रीका के स्वामित्व और एम्स्टर्डम मुख्यालय वाली निवेश कंपनी प्रोसस आर्टिफिशल इंटेलिजेंस पर आधारित ऐसा तंत्र बनाने पर विचार कर रही है, जो सभी कारोबारों जोड़ सके और उनकी दक्षता और मूल्य वृद्धि बढ़ा सके।
नैस्पर्स/प्रोसस के समूह के सामान्य परामर्शदाता और प्रबंधन नेतृत्व टीम के सदस्य डेविड ट्यूडर ने कहा, ‘हम एआई पर आधारित पारिस्थितिकी तंत्र बना रहे हैं, जो कारोबारों को साथ ला सकेगा – जैसे फूड डिलिवरी, भुगतान और ऑनलाइन ट्रैवल एजेंसियां। आप इसे ब्राजील में आईफूड और ऑनलाइन ट्रैवल एजेंसी डेस्पेगर के साथ हमारे खाद्य पोर्टफोलियो के साथ उभरते हुए देखेंगे। भारत में यह शुरुआती चरण में है, लेकिन हम अपने शीर्ष तीन वैश्विक बाजारों में से एक की तरह एआई का लाभ उठाना चाहते हैं।’
भारत में प्रोसस ने स्विगी में निवेश किया है और भुगतान प्रौद्योगिकी कंपनी पेयू, राइड-हेलिंग एग्रीगेटर रैपिडो तथा ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म मीशो की मालिक है, जिसके बारे में विश्लेषकों का कहना है कि इसे एआई आधारित तालमेलपूर्ण पारिस्थितिकी तंत्र में बनाया जा सकता है।
अलबत्ता ट्यूडर चेतावनी देते हैं कि कई कंपनियां निवेश या मूल्यांकन आकर्षित करने के लिए ‘एआई के बैज’ का इस्तेमाल कर रही हैं। उन्होंने इसे ‘काफी खतरनाक’ प्रवृत्ति कहा है। हालांकि प्रोसस शायद स्टैंडअलोन एआई कंपनियों में निवेश करने पर विचार न करे, लेकिन ट्यूडर कहते हैं, ‘अलबत्ता हमारे लिए दिलचस्प निवेश का अवसर वह है जहां एआई मौजूदा कारोबारों को बढ़ाने तथा अधिक परिचालन क्षमता बनाने में मदद करते हुए उसे नया रूप दे रही है।’
ट्यूडर बताते हैं कि प्रोसस के निवेश की विचारधारा कई मायनों में अलग है। उन्होंने कहा, ‘हम कारोबार के बारे में ‘आउटसाइड-इन’ का दृष्टिकोण नहीं रखते, बल्कि इसके बजाय हम इसे निर्धारित करने और चलाने के लिए स्थानीय टीमों पर निर्भर करते हैं। यही वजह है कि प्रोसस की निवेश टीम बेंगलूरु में है। हम स्थानीय स्तर पर करों का भुगतान करते हैं और निवेश पर रिटर्न के लिए दीर्घावधि वाला नजरिया अपनाते है।’यह पूछे जाने पर कि क्या निवेश कंपनी दिसंबर के अपने इस रुख पर कायम रहेगी कि उसने बाजार में गिरावट के बावजूद अगले 12 से 18 महीने में आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के लिए अपने पोर्टफोलियो की पांच कंपनियों की पहचान की है।