मझोले स्तर की आईटी सेवा कंपनी हैपिएस्ट माइंड्स टेक्नॉलजीज अगले तीन वर्षों में जेनरेटिव एआई (जेन एआई) से लगभग 5 करोड़ डॉलर के राजस्व की संभावना देख रही है। कंपनी को इस नवीनतम प्रौद्योगिकी से ऑर्डर बुक और वॉल्यूम वृद्धि की उम्मीद है, जिससे उत्पादकता और दक्षता में व्यापक सुधार होगा।
कंपनी ने जनवरी में अपने छह उद्योग क्षेत्रों में जेन एआई व्यावसायिक इकाई की स्थापना की घोषणा की ताकि अपने ग्राहकों के उत्पादों और सेवाओं में नई सुविधाओं को शामिल किया जा सके। इसकी शुरुआत प्रूफ ऑफ कॉन्सेप्ट (पीओसी) चरण में 15 परियोजनाओं से हुई। सितंबर के अंत तक जेन एआई से इसका राजस्व लगभग 80 लाख डॉलर था।
कंपनी के सह-अध्यक्ष और सीईओ जोसेफ अनंतराजू ने कहा, ‘हमारे पास परिवर्तनकारी उपयोग के 22 केस हैं जिनसे लगभग 5 करोड़ डॉलर की बिक्री संभावना है।’भारतीय आईटी कंपनियों ने अभी तक जेन एआई परियोजनाओं से होने वाले राजस्व या सौदों के मूल्य के बारे में आंकड़े उपलब्ध नहीं कराए हैं। हालांकि अधिकांश का कहना है कि एआई हर सौदे की संरचना में शामिल है, लेकिन इनसे उन्हें मिलने वाले ठोस लाभ अभी तक दिखाई नहीं दे रहे हैं।
एचसीएल टेक इस महीने की शुरुआत में यह घोषणा करने वाली पहली कंपनी बन गई कि उन्नत एआई से उसका राजस्व अब 10 करोड़ डॉलर से अधिक हो गया है, जो उसकी कुल आय का तीन प्रतिशत है।