इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के प्रसारण पर सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन (सेट मैक्स) और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के बीच मौजूदा विवाद को बोर्ड ने सोनी के ‘किए का नतीजा’ बताया है।
बोर्ड के मुताबिक इस टूर्नामेंट के पहले सत्र में सोनी ने प्रसारण के दौरान दोनों के बीच हुए करार का ‘जबरदस्त उल्लंघन’ किया था। बोर्ड ने बंबई उच्च न्यायालय में सुनवाई के दौरान आज अपना पक्ष रखते हुए यह खुलासा किया।
इसके बाद सेट मैक्स के लिए हालत अजीबोगरीब हो सकती है क्योंकि आईपीएल के भारत में प्रसारण का करार रद्द करने का आरोप बोर्ड पर लगाते हुए वह खुद ही यह मामला अदालत में ले गई है।
अदालत में इस मामले पर जिरह करते हुए बोर्ड के वकील ने आरोप लगाया कि पिछले साल आईपीएल के कवरेज के बजाय सेट मैक्स ने विज्ञापनों पर ज्यादा जोर दिया। उसके मुताबिक तय अवधि से ज्यादा समय तक चैनल ने विज्ञापन दिखाए।
बोर्ड के मुताबिक इसी साल 9 फरवरी को उसने सोनी को लिखित में इस बात से अवगत करा दिया था। सोनी ने अदालत में स्वीकार किया कि इस बारे में बोर्ड की चिट्ठी उसे मिल चुकी है।
बोर्ड के वकील ने कहा कि सेट मैक्स ने आईपीएल मैचों के दौरान ओवर की पांचवीं गेंद के बाद ही विज्ञापन दिखाने शुरू कर दिए। इस वजह से दर्शक ओवर की आखिरी गेंद देखने से महरूम रह गए। इतना ही नहीं मैचों के दौरान प्रसारणकर्ता के कैमरे गेंद को ठीक तरीके से दिखा भी नहीं रहे थे। लेकिन सोनी के वकीलों ने इन्हें तकनीकी मसले करार दिया।
बोर्ड ने कहा कि सोनी के साथ करार को तोड़ना एकदम वैध है। उसने वर्ल्ड स्पोट्र्स ग्रुप को भी इस मामले में पक्ष बनाने की दरख्वास्त अदालत से की, जिस पर सोनी ने आपत्ति जताई। इस मामले में फैसला जल्द आने की उम्मीद है।
बोर्ड ने सोनी पर किया जवाबी हमला
बोर्ड ने लगाया सोनी पर करार तोड़ने का आरोप
कहा, सोनी ने मैच से ज्यादा दिखाए विज्ञापन
9 फरवरी को सोनी को दे दिया था इस बारे में नोटिस
सोनी ने कबूल की बोर्ड से चिट्ठी मिलने की बात