राजनीति की पिच पर केंद्र सरकार और इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के बीच चल रहे ‘मैच’ में आखिकार भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड को हार माननी ही पड़ी।
तमाम कोशिशें नाकाम होती देख आखिरकार बोर्ड ने यह टूर्नामेंट देश से बाहर कराने का फै सला कर लिया।?लोकसभा चुनाव की वजह से इस टूर्नामेंट का दूसरा संस्करण विदेश में होगा।
बोर्ड ने इसके लिए सरकार के रवैये को ही जिम्मेदार बताया। आपात बैठक के बाद बोर्ड अध्यक्ष शशांक मनोहर ने कहा, ‘सरकार के खराब रवैये के कारण ही हमें टूर्नामेंट को देश से बाहर ले जाने पर मजबूर होना पड़ा।’
नये स्थान के लिए फिलहाल तो बीसीसीआई ने किसी नाम पर मुहर नहीं लगाई है। उम्मीद की जा रही है कि सोमवार शाम तक बीसीसीआई नये नाम पर मुहर भी लगा दे। सूत्रों के मुताबिक दक्षिण अफ्रीका और इंगलैंड का नाम इस होड़ में सबसे आगे चल रहा है।
विदेश में आईपीएल आयोजित कराने के फैसले से बीसीसीआई को 200 से 215 करोड़ रुपये का नुकसान होने की आशंका है। इसके अलावा गेट मनी को लेकर भी दूसरे देश के बोर्ड के साथ समझौता करना पड़ेगा। साथ ही ट्रैवल और होटल का खर्च भी बढ़ने का अनुमान लगाया जा रहा है।
जहां तक टीम मालिकों की बात है तो विदेश में मैच होने से उन्हें टिकट के जरिये होने वाली आमदनी में 100 से 110 करोड़ रुपये के नुकसान की आशंका है। इसके अलावा दूसरे देश में ट्रैवल और होटल समेत कई दूसरे खर्चों पर टीम मालिकों के बजट में 80 से 100 करोड़ रुपये का इजाफा हो सकता है।
स्टेडियम के अंदर विज्ञापन करने के लिए जो कंपनियां करार कर चुकी हैं, वे भी अब पसोपेश में हैं। दरअसल विदेश में मुट्ठी भर भारतीय दर्शकों के सामने स्टेडियम में विज्ञापन पर खर्च करने की तुक उन्हें समझ नहीं आ रही।
हालांकि, आईपीएल के कमिश्नर ललित मोदी ने कहा है कि आईपीएल टीम मालिकों के हितों की पूरी तरह से रक्षा करेगा और उन्हें नुकसान नहीं होने देगा। इस वाकये पर टिप्पणी करते हुए मुंबई इंडियंस की मालिक नीता अंबानी ने कहा, ‘बीसीसीआई और आईपीएल ने हमें आश्वस्त किया है कि विदेश में टूर्नामेंट आयोजित कराने पर हमें नुकसान नहीं होने दिया जाएगा।’
बेंगलुरु की टीम रॉयल चैलेंजर्स के मालिक और यूबी समूह के प्रमुख विजय माल्या का भी कुछ इसी तरह का कहना है। उन्होंने कहा, ‘आईपीएल की आधिकारिक एयरलाइंस होने के नाते हम विदेश में आईपीएल के मैच देखने जाने वालों के लिए विशेष ऑफर पेश करेंगे।’ कोलकाता राइट नाइडर्स के मालिक और फिल्म अभिनेता शाहरुख खान का कहना है, ‘मौजूदा स्थिति में बढ़ने वाले खर्चों की पड़ताल करने में 5 से 7 दिन का वक्त लगेगा।’
लेकिन ऊहापोह की हालत खत्म होने से विज्ञापन जगत गदगद है। गुड़गांव की एक एजेंसी के वरिष्ठ अधिकारी कहते हैं, ‘हमें खुशी है कि आखिरकार आईपीएल होने जा रहा है और हमें अपने ग्राहकों के लिए टेलीविजन पर विज्ञापन करने का मौका मिलेगा।’