इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की चैंपियन राजस्थान रॉयल्स क्रिकेट टीम के प्रमोटर कोष जुटाने के लिए निजी प्लेसमेंट और आईपीओ की राह देख रहे हैं।
इन प्रमोटरों ने डीएलएफ आईपीएल की अन्य टीमों की तुलना में काफी कम फ्रेंचाइजी शुल्क के साथ इस टीम को खरीदा था। इस मामले से जुड़े अधिकारियों ने बताया है कि राजस्थान रॉयल्स की मालिक ब्रिटेन की इमरजिंग इंडिया कोष जुटाने और फ्रेंचाइजी के ब्रांड को मजबूत बनाने के विकल्प की तलाश कर रही है।
अधिकारियों के मुताबिक, ‘प्रमोटर इसे जल्द ही पूरा किए जाने के लिए उत्सुक हैं। वे कोष जुटाने की संभावना तलाश रहे हैं और ऐसा करने में किसी तरह की परेशानी भी नहीं आनी चाहिए।’ ये प्रमोटर नए खिलाड़ियों की खरीद और पिछले साल टीम के गठन के उद्देश्य से लिए गए कर्ज का भुगतान करने के लिए कोष जुटाना चाहते हैं।
कंपनी को 1000 करोड़ रुपये के मूल्य निर्धारण की उम्मीद है और प्रमोटर निजी इक्विटी फंडों के लिए तकरीबन 10 फीसदी की हिस्सेदारी घटा सकते हैं। इमरजिंग इंडिया इस सौदे के लिए एक निवेश बैंकर की नियुक्ति की प्रक्रिया में है।
अधिकारियों ने बताया, ‘निजी प्लेसमेंट आईपीओ से पहले किया जाएगा। 2009 की दूसरी तिमाही में आईपीओ लाए जाने की योजना है। उसी समय अगले साल की आईपीएल टूर्नामेंट चल रहा होगा। लिस्टिंग भी बाजार के रुझान पर निर्भर होगा। उम्मीद है कि अगले साल मार्च-अप्रैल में शेयर बाजार बेहतर स्थिति में होगा।’ मनोज बडाले इमरजिंग इंडिया के चेयरमैन और फ्रैजर कैस्टीलिनो मुख्य कार्यकारी हैं।
रवि कृष्णन आईपीएल-जयपुर फ्रेंचाइजी के वाइस-चेयरमैन हैं। अन्य प्रमुख शेयरधारकों में लैचलन मर्डोक भी शामिल हैं जो मीडिया क्षेत्र की हस्ती रूपर्ट मर्डोक के पुत्र हैं। अपनी निवेश फर्म इल्लयरा के जरिये भारत में लैचलन का यह दूसरा निवेश है। इस निवेश कंपनी का नाम एक द्वीप के नाम से जुड़ा हुआ है। इल्लयरा का मुख्यालय आस्ट्रेलिया के सिडनी में है।