भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार दूरसंचार क्षेत्र वैश्विक महामारी कोविड-19 की दूसरी लहर का शिकार हो गया है, क्योंकि अप्रैल के महीने में ग्राहकों के शामिल होने की संख्या केवल 21.6 लाख रहने के साथ इसमें भारी गिरावट आई है। नियामक के आंकड़े बताते हैं कि यह मार्च महीने में उपयोगकर्ताओं के शामिल होने का छठा हिस्सा है। तब यह संख्या 1.325 करोड़ थी।
देश भर में राज्य सरकारों ने वायरस का प्रसार रोकने के लिए अप्रैल में लॉकडाउन लगाया था, यह ऐसा कदम था जिसने आर्थिक गतिविधियों को पटरी से उतार दिया। भारत में टेलीफोन उपभोक्ताओं की संख्या अप्रैल 2021 के आखिर में बढ़कर 120.347 करोड़ हो गई थी, जो मार्च 2021 के आखिर में 120.120 करोड़ थी। इस तरह इसमें 0.19 प्रतिशत की मासिक वृद्धि दर नजर आ रही है। शहरी टेलीफोन उपभोक्ताओं की संख्या मार्च-21 के आखिर में 66.377 करोड़ थी, जो अप्रैल-21 के आखिर में बढ़कर 66.434 करोड़ हो गई और इसी अवधि के दौरान ग्रामीण उपभोक्ताओं की संख्या भी 53.742 करोड़ से बढ़कर 53.914 करोड़ हो गई। अप्रैल-21 के महीने के दौरान शहरी और ग्रामीण टेलीफोन ग्राहकों की मासिक वृद्धि दर क्रमश: 0.08 प्रतिशत और 0.32 प्रतिशत रही।
वोडाफोन आइडिया (वी) ने दो महीने तक ग्राहकों की बढ़त हासिल करने के बाद अप्रैल, 2021 में 18 लाख उपयोगकर्ताओं को खो दिया। ट्राई के आंकड़ों के अनुसार रिलायंस जियो ने अप्रैल में 48 लाख वायरलेस उपयोगकर्ता जोड़े और भारती एयरटेल ने पांच लाख उपयोगकर्ता जोड़े।
वायरलेस के ग्राहकों में जियो 42.767 करोड़ उपयोगकर्ताओं के साथ सबसे ऊपर है। इसके बाद 35.291 करोड़ उपयोगकर्ताओं के साथ एयरटेल का स्थान है, जबकि अप्रैल के आखिर में वी 28.190 करोड़ उपयोगकर्ताओं के साथ पीछे चल रही है।